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वित्त वर्ष 2025-26 (FY26) में एयरपोर्ट पैसेंजर ट्रैफिक की ग्रोथ कोविड-19 महामारी के बाद की सबसे धीमी रहने की संभावना है। इसकी वजह बढ़ते अंतरराष्ट्रीय तनाव और विमानों के ग्राउंडिंग को बताया गया है। यह आकलन रेटिंग एजेंसी इक्रा (Icra) ने मंगलवार को अपनी रिपोर्ट में किया।
इक्रा ने पूरे साल का पैसेंजर ट्रैफिक ग्रोथ अनुमान 7-9 फीसदी Y-o-Y से घटाकर 5-7 फीसदी कर दिया है। अब FY26 में पैसेंजर ट्रैफिक 43-44 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है, जो FY25 के 41.2 करोड़ से ऊपर रहेगा।
रिपोर्ट के अनुसार, मौजूदा वित्त वर्ष की शुरुआत उम्मीद से कमजोर रही। अहमदाबाद में जून में हुई एयर इंडिया विमान दुर्घटना के बाद फ्लीट इंस्पेक्शन के चलते विमानों की ग्राउंडिंग और बढ़ते वैश्विक तनावों ने ट्रैफिक को प्रभावित किया। FY26 के पहले पांच महीनों (अप्रैल-अगस्त) में पैसेंजर ट्रैफिक महज 3 फीसदी बढ़कर 17 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 16.5 करोड़ था।
घरेलू पैसेंजर ट्रैफिक: FY26 में 4-6 फीसदी बढ़कर 34.8-35.5 करोड़ रहने का अनुमान है। अप्रैल-अगस्त में यह सिर्फ 2.6 फीसदी बढ़ा।
अंतरराष्ट्रीय पैसेंजर ट्रैफिक: 7-10 फीसदी बढ़कर 8.2-8.5 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है।
इक्रा के कॉरपोरेट रेटिंग सेक्टर हेड विनय कुमार ने कहा, “अंतरराष्ट्रीय पर्यटन गतिविधियों की मजबूती और नई डेस्टिनेशन के साथ बेहतर कनेक्टिविटी के कारण इंटरनेशनल ट्रैफिक, घरेलू ट्रैफिक की तुलना में तेजी से बढ़ रहा है। चूंकि इंटरनेशनल पैसेंजर एयरपोर्ट्स के लिए ज्यादा रेवेन्यू लाते हैं, यह ग्रोथ को ड्राइव करते रहेंगे।”
FY25 में रेड सी संकट के चलते तेजी से बढ़े कार्गो वॉल्यूम FY26 में नरम पड़ने वाले हैं। FY26 में 4-6 फीसदी ग्रोथ का अनुमान है, जबकि FY25 में यह 10 फीसदी बढ़ा था। पहले पांच महीनों में इंटरनेशनल कार्गो ट्रैफिक 4 फीसदी बढ़ा, जबकि घरेलू कार्गो 6 फीसदी बढ़ा।
धीमी ग्रोथ आउटलुक के बावजूद, इक्रा का कहना है कि एयरपोर्ट सेक्टर में अगले पांच साल में 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश प्रस्तावित है। इसमें जेवर (नोएडा), नवी मुंबई, भोगापुरम, परंडूर (चेन्नई), पुरंदर (पुणे) जैसे ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट्स और बेंगलुरु, हैदराबाद, कोचीन, मुंबई और नागपुर एयरपोर्ट्स के विस्तार शामिल हैं। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) भी अपग्रेड पर काम करेगी।
इक्रा ने FY26 में एयरपोर्ट ऑपरेटर्स के रेवेन्यू में 7-8 फीसदी बढ़ोतरी का अनुमान जताया है। यदि FY25 की एकमुश्त आय को समायोजित कर दें, तो यह वृद्धि 15-16 फीसदी तक हो सकती है। इसमें दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर टैरिफ हाइक, स्थिर पैसेंजर ग्रोथ और नॉन-एरोनॉटिकल रेवेन्यू में इजाफा मदद करेगा।
कुमार ने कहा, “बेहतर प्रॉफिटेबिलिटी मार्जिन को देखते हुए डेट कवरेज मेट्रिक्स आरामदायक बने रहेंगे। मजबूत एक्रुअल्स और लिक्विडिटी के चलते एयरपोर्ट ऑपरेटर्स की क्रेडिट प्रोफाइल स्थिर रहेगी।”