हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) के निदेशक मंडल ने सोमवार को आइसक्रीम कारोबार को एक अलग सूचीबद्ध कंपनी में बदलने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। कंपनी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि जरूरी मंजूरियां मिलने और प्रक्रिया पूरी होने के बाद एचयूएल के शेयरधारकों को नई कंपनी के शेयर उसी अनुपात में मिलेंगे जितने शेयर उनकी कंपनी में थे। नई कंपनी बनाने के लिए निदेशक मंडल ने एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बनाने की भी मंजूरी दे दी है।
कंपनी ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि अलग कंपनी बनने से एचयूएल के शेयरधारकों को फायदा मिलेगा और उन्हें आइसक्रीम कारोबार की वृद्धि में हिस्सा लेने का मौका भी मिलेगा। नई कंपनी के बनने से कारोबार सुगमता बढ़ने के साथ ही कर्मचारियों को भी आसानी होगी।
अलग कंपनी बनाने का फैसला बोर्ड और शेयरधारकों की मंजूरी के बाद ही होगा। अगले साल की शुरुआत में इस योजना को निदेशक मंडल के सामने रखा जाएगा।
कंपनी ने कहा कि बोर्ड ने आइसक्रीम कारोबार को अलग करने के कई तरीकों पर विचार किया और सभी शेयरधारकों को अधिकतम फायदा देने के लिए एक अलग कंपनी बनाने का फैसला किया है। बोर्ड ने एचयूएल के प्रबंधन को आइसक्रीम कारोबार को अलग करने के लिए जरूरी तैयारी करने के लिए अधिकृत कर दिया है। इसमें बाकी व्यवस्था की योजना तैयार करना भी शामिल है।