भारतीय मूल की अरबपति हिंदुजा फैमिली पर कर्मचारियों के साथ क्रूरता से पेश आने के आरोप लगे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिंदुजा फैमिली ने स्विट्जरलैंड में अपने लेक विला पर घरेलू कर्मचारियों से काफी कम कीमत में 15 से 18 घंटे तक काम कराया। उनके घरेलू कर्मचारी शोषण और दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए स्विटडरलैंड की कोर्ट पहुंच गए और केस दर्ज कर दिया गया। अब हिंदुजा फैमिली पर कथित मानव तस्करी का मुकदमा चलने लगा है।
सोमवार यानी 17 जून को हिंदुजा फैमिली के खिलाफ मुकदमा शुरू हुआ, जब जिनेवा अभियोजकों (Geneva prosecutors) ने पिछले साल हिंदुजा फैमिली के चार सदस्यों पर कथित मानव तस्करी (human trafficking) और उनके घरेलू कर्मचारियों के दुर्व्यवहार का आरोप लगाया। अभियोजन पक्ष (prosecution) ने कहा कि अजय हिंदुजा, उनकी पत्नी नम्रता, उनके पिता प्रकाश और माता कमल ने अपने भारतीय कर्मचारियों से बिना किसी छुट्टी के दिन में 18 घंटे तक काम करवाया।
यह घटना उनके स्विट्जरलैंड के जिनेवा झील के किनारे स्थित विला में हुई बताई गई है। अभियोजक यवेस बर्टोसा (Yves Bertossa) ने हिंदुजा परिवार से अदालती खर्च के लिए 10 फ़्रैंक यानी करीब 9.43 करोड़ रुपये और कर्मचारियों के लिए मुआवजा के तौर पर 3.5 मिलियन फ़्रैंक (करीब 33 करोड़ रुपये) के भुगतान की मांग की है।
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, यह मामला एक हालिया समझौते के बाद फिर से आया है, जहां तीन वादी यानी आरोप लगाने वाले लोगों ने परिवार के खिलाफ अपना दीवानी मुकदमा (civil suit) वापस ले लिया।
आरोप में रहा गया कि कर्मचारियों का सैलरी केवल कुछ सौ स्विस फ्रैंक हर महीने थी। जबकि परिवार ने अपने पालतू कुत्ते पर सालाना 8,584 स्विस फ्रैंक खर्च किए। यहां तक कि एक नौकर को केवल फैमिली ने 7 स्विस फ्रैंक ($7.84) के हिसाब से प्रति दिन पेमेंट किया।
आरोप में कहा गया कि परिवार पर कर्मचारियों के पासपोर्ट जब्त करने और उन्हें गलत बहाने पर बार-बार थोड़े समय के लिए मिले टूरिस्ट वीजा पर काम करने के लिए मजबूर किया गया। कर्मचारियों के कॉन्ट्रैक्ट का हवाला देते हुए यह भी आरोप लगाया गया कि घरेलू कर्मचारियों को भारत में उनकी मजदूरी का भुगतान किया गया था और वे एंप्लॉयर्स यानी हिंदुजा फैमिली की परमिशन के बिना घर नहीं छोड़ सकते थे।
अजय हिंदुजा ने आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने सोमवार को कोर्ट में कहा, ‘कोई भी जो किसी कर्मचारी से इतना काम कराएगा, वह बेवकूफ होगा। अगर 18 घंटे, सात दिन वे काम करते, तो अपना काम सही से कर ही नहीं पाते।’
उन्होंने आगे कहा कि उन्हें आरोपों से सदमा लगा है क्योंकि वह घर में नियुक्त की गई महिला (नानी) को अपने बच्चों की दूसरी मां मानते थे।
उन्होंने यह भी दावा किया कि भारत में स्विस दूतावास ने उनके कर्मचारियों के कॉन्ट्रैक्ट का समर्थन किया था। हालांकि, अधिकारियों ने तर्क दिया कि जांच से पता चला कि उनके कर्मचारियों के पास सही स्विस डॉक्यूमेंट्स नहीं थे।
हिंदुजा ग्रुप ऑटोमोटिव, ऑयल और फाइनेंस सहित ग्यारह सेक्टर्स में कार्य करता है। फोर्ब्स 2023 की लिस्ट के अनुसार, हिंदुजा फैमिली की कुल नेटवर्थ 20 अरब डॉलर है।
78 साल की उम्र वाले प्रकाश हिंदुजा और 75 साल की कमल हिंदुजा स्वास्थ्य समस्याओं का हवाला देते हुए मुकदमे में शामिल होने नहीं आए। अभियोजक बर्टोसा ने उनकी अनुपस्थिति की निंदा की और कहा कि वे कान्स से जिनेवा के लिए एक छोटी उड़ान का मैनेजमेंट कर सकते थे।