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हीरो-डेमलर का करार, होंगे ट्रक पर सवार

Last Updated- December 05, 2022 | 11:00 PM IST

वाणिज्यिक वाहनों की बढ़ती रफ्तार और जरूरत के बीच दोपहिया वाहन बाजार के सरताज हीरो समूह ने भी ट्रक की सवारी करने का मन बना लिया है।


कंपनी ने ट्रक के निर्माण के लिए साझा उपक्रम बनाने का फैसला किया है। इसके लिए उसने दुनिया की सबसे बड़ी ट्रक कंपनी डेमलर एजी के साथ आज करार किया।


जर्मनी की कंपनी डेमलर के साथ हीरो ने डेमलर हीरो मोटर कॉरपोरेशन नाम की कंपनी बनाई है। यह कंपनी अगले 5 वर्ष में ट्रक निर्माण पर लगभग 4,400 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। कंपनी 2010 में ट्रकों का निर्माण शुरू कर देगी। शुरुआत में केवल भारतीय बाजार के लिए ही ट्रक बनाए जाएंगे, लेकिन बाद में उनका निर्यात भी शुरू कर दिया जाएगा।


भारत का ट्रक बाजार वैसे भी गर्म है। वोल्वो एबी, मैन एजी और नैविस्टार इंटरनेशनल कॉरपोरेशन भी इनकी बढ़ती मांग को देखकर यहां साझा उपक्रम लगा रही हैं। चीन के बाद दुनिया की सबसे तेज अर्थव्यवस्था वाला देश भारत ही है।


डेमलर के निदेशक और डेमलर ट्रक्स के प्रमुख आंद्रियास रेंशलर ने कहा, ‘वाणिज्यिक वाहनों के मामले में यह सबसे तेजी से बढ़ने वाला बाजार है। भारत में परिवहन के बुनियादी ढांचे का विकास हो रहा है, जिसमें राजमार्गों का विकास भी शामिल है। इसकी वजह से भी ट्रकों की मांग बढ़ जाएगी।’


डेमलर पुणे में अपने संयंत्र में पहले से ही मर्सडीज बेंज एक्ट्रोस ट्रक बना रही है। वहां मर्सडीज बेंज ई क्लास, सी क्लास और एस क्लास के सेडान भी असेंबल किए जाते हैं। डेमलर ने लक्जरी बस बनाने के लिए भी सतलज मोटर्स लिमिटेड के साथ साझा उपक्रम बनाया है।


हीरो समूह के प्रबंध निदेशक सुनील कांत मुंजाल साझे उपक्रम के प्रमुख होंगे। उन्होंने बताया, ‘साझे उपक्रम में डेमलर की 60 फीसदी हिस्सेदारी होगी। बाकी हिस्सेदारी हीरो के पास होगी। हीरो समूह इसमें 900 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। डेमलर की ओर से तकरीबन 1350 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। बाकी रकम ऋण के जरिये जुटाई जाएगी।’


डेमलर हीरो की योजना शुरुआत में हल्के और मझले वाणिज्यिक वाहनों का निर्माण करने की है। भारी वाहनों का निर्माण 2012 से शुरू कर दिया जाएगा। साझा उपक्रम में लगभग 2,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके संयंत्रों के लिए चेन्नई, पुणे और हरियाणा के नामों पर विचार चल रहा है।  लेकिन र्कोई फैसला अब तक नहीं किया गया है।संयंत्र की आरंभिक क्षमता 70,000 ट्रक सालाना होगी।


..ट्रक के कारोबार ने पकड़ ली रफ्तार


हीरो समूह और डेमलर ट्रक संयंत्र में कर रहे हैं 4,400 करोड़ रुपये का निवेश
दोपहिया वाहन बाजार में मंदी से बेजार हीरो का पैंतरा
भारत में ट्रक का बाजार बेहद गर्म, तेजी की उम्मीद
वोल्वो, मैन, नैविस्टार जैसी कंपनियां पहले ही कतार में

First Published - April 22, 2008 | 12:11 AM IST

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