प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
भारत का सबसे बड़ा निजी बैंक, HDFC बैंक, अपने वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के नतीजे अगले महीने घोषित करने वाला है। बैंक ने आज स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में बताया कि इसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक 19 जुलाई 2025, शनिवार को होगी। इस बैठक में जून 2025 में खत्म होने वाली तिमाही के लिए बैंक के स्टैंडअलोन और कंसोलिडेटेड वित्तीय नतीजों पर विचार किया जाएगा।
HDFC बैंक ने अपने बयान में कहा, “हम आपको सूचित करना चाहते हैं कि HDFC बैंक लिमिटेड के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक 19 जुलाई 2025 को होगी। इस बैठक में, अन्य बातों के अलावा, जून 2025 में खत्म होने वाली तिमाही के लिए बैंक के अनऑडिटेड स्टैंडअलोन और कंसोलिडेटेड वित्तीय नतीजों को मंजूरी दी जाएगी।” पिछले साल की चौथी तिमाही (Q4 FY25) के नतीजे बैंक ने 19 अप्रैल को घोषित किए थे।
HDFC बैंक ने यह भी बताया कि बैंक के शेयरों में ट्रेडिंग के लिए ट्रेडिंग विंडो 24 जून 2025 से 21 जुलाई 2025 तक बंद रहेगी। यह नियम बैंक के डेजिग्नेटेड कर्मचारियों और उनके करीबी रिश्तेदारों पर लागू होगा। यह कदम बैंक के शेयर डीलिंग कोड के तहत उठाया गया है ताकि इनसाइडर ट्रेडिंग को रोका जा सके।
पिछली तिमाही (Q4 FY25) की बात करें तो HDFC बैंक ने शानदार प्रदर्शन किया था। बैंक का टैक्स के बाद का मुनाफा 17,616 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की तुलना में 6.7 फीसदी ज्यादा था। वहीं, नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) 10.3 फीसदी बढ़कर 32,070 करोड़ रुपये हो गया। बैंक का नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) कुल संपत्ति पर 3.54 फीसदी और ब्याज कमाने वाली संपत्ति पर 3.73 फीसदी रहा। आयकर रिफंड के 700 करोड़ रुपये के ब्याज को हटाने के बाद कोर NIM कुल संपत्ति पर 3.46 फीसदी और ब्याज कमाने वाली संपत्ति पर 3.65 फीसदी था। इसके अलावा, बैंक ने अपने शेयरधारकों के लिए 22 रुपये प्रति शेयर का डिविडेंड भी घोषित किया था।
HDFC बैंक के शेयर आज BSE पर 0.91 फीसदी गिरकर 1,947.80 रुपये पर बंद हुए। इससे पहले शुक्रवार को बैंक के शेयर 1,965.70 रुपये पर बंद हुए थे। निवेशक अब बैंक के Q1 FY26 के नतीजों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।