भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) आदेश के खिलाफ गूगल (Google) की शिकायत पर राष्ट्रीय कंपनी विधि अपील पंचाट (एनसीएलएटी) द्वारा बुधवार को सुनवाई होगी। लेकिन सुनवाई से पहले ही उद्योग की कई कंपनियों ने सीसीआई द्वारा सुनाए गए आदेश के खिलाफ एनसीएलएटी का दरवाजा खटखटाया है।
खबरों से पता चला है कि हैंडसेट निर्माण कंपनी माइक्रोमैक्स और जैना प्राइवेट लिमिटेड ने गूगल के समर्थन में समान सीसीआईआदेश के खिलाफ एनसीएलएटी में शिकायत दर्ज कराई है। विश्लेषकों का कहना है कि यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या एनसीएलएटी जुर्माने पर रोक लगाएगा या नहीं, और गूगल से कुल राशि का 10 प्रतिशत चुकाने को कहेगा या नहीं।
विश्लेषकों का कहना है कि गूगल को सीसीआई द्वारा निर्धारित मानकों पर अमल करना होगा। उदाहरण के लिए, एंड्रॉयड फोन पर गूगल ऐप की प्री-इंस्टॉलेशन की अनुमति नहीं दी जा सकती है। मौजूदा मामला एंड्रॉयड मोबाइल डिवाइस तंत्र में अनुचित प्रणालियों का इस्तेमाल करने के लिए गूगल के खिलाफ अक्टूबर में सीसीआई के आदेश से जुड़ा हुआ है। सीसीआई ने गूगल पर 1,337.6 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था और तय समय-सीमा में अपने व्यावसायिक तरीके में बदलाव लाने का निर्देश दिया था।
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गूगल के मुख्य कार्याधिकारी सुंदर पिचाई ने अपनी ताजा भारत यात्रा के दौरान मीडिया से कहा था कि वह निर्णय के कुछ पहलुओं को लेकर चिंतित हैं, क्योंकि इससे उपयोगकर्ताओं की निजता और सुरक्षा को नुकसान पहुंच सकता है।