पालतू जानवरों की देखभाल का बाजार तेजी से जोर पकड़ता जा रहा है। जल्द ही एक और कंपनी इस क्षेत्र में उतरने वाली है। इस महीने की शुरुआत में गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (जीसीपी) ने कहा था कि वह पांच वर्षों के दौरान 500 करोड़ के निवेश के साथ वित्त वर्ष 26 में इस क्षेत्र में प्रवेश करेगी। कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि वर्तमान में 5,000 करोड़ के इस बाजार में अगले कुछ दशकों में दमदार दो अंकों की वृद्धि की संभावना है।
सूचना में कहा गया ‘मोटे तौर पर महज 10 प्रतिशत भारतीयों के पास पालतू जानवर हैं। इनमें से केवल 10 प्रतिशत ही पैकेज्ड फूड खिलाते हैं और वह भी केवल 40 प्रतिशत ही। भारत में कैलरी कन्वर्जन केवल चार प्रतिशत है। चीन 15 साल पहले भारत जैसा ही था। अब वहां 20 प्रतिशत पालतू जानवर हैं और कैलरी रूपांतरण 25 प्रतिशत है। अवसर स्पष्ट हैं लेकिन हमारा मानना है कि समूह के रूप में हमारी मजबूती की संभावना ज्यादा है।
यूरोमॉनीटर इंटरनैशनल के अनुसार साल 2024 के दौरान देश में पालतू जानवरों की देखभाल के क्षेत्र में खुदरा बिक्री की जोरदार मात्रा और मौजूदा मूल्य वृद्धि कायम रहने की उम्मीद है। इसका कारण पालतू जानवरों की बढ़ती आबादी, उनके प्रति बढ़ती इंसानियत तथा पालतू जानवरों के भोजन और उत्पादों तक आसान पहुंच होना है। देश में पालतू जानवरों की आबादी साल 2023 में लगभग 1.9 करोड़ होने का अनुमान लगाया गया था और अगले पांच वर्षों में नौ प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) की उम्मीद है।
सर्वेक्षण में यह भी पता चला है कि भारत में पालतू पशु पालने वाले लगभग 65 प्रतिशत लोग 20 से 40 वर्ष की आयु वर्ग के हैं। बाजार अनुसंधान कंपनी ने कहा ‘पालतू जानवरों के पोषण के प्रति बढ़ती जागरूकता से कुत्ते और बिल्ली के तैयार भोजन की बिक्री को भी बढ़ावा मिलेगा।’
गोदरेज कंज्यूमर इस उभरते क्षेत्र की पहली बड़ी कंपनी नहीं है। दैनिक उपभोक्ता वस्तु (एफएमसीजी) क्षेत्र की दिग्गज कंपनी नेस्ले इंडिया ने भी पालतू जानवरों की देखभाल की वृद्धि को अपने प्रमुख क्षेत्रों में से एक के तौर पर पहचान की है। कंपनी ने 2022 में भारत में पुरिना पेट केयर का अधिग्रहण किया था जो वैश्विक स्तर पर उसके स्वामित्व वाला ब्रांड है।
नेस्ले इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक सुरेश नारायणन ने पहले कहा था ‘हमने अभी-अभी सफर शुरू किया है और काफी सफर तय करना बाकी है। ढाई करोड़ से तीन करोड़ पालतू जानवरों के साथ लोग पालतू जानवरों के अच्छी गुणवत्ता वाले, सुरक्षित, टिकाऊ भोजन की तलाश कर रहे हैं। पोषण का दायरा काफी कम है, क्योंकि बहुत से लोग अब भी पालतू जानवरों को घर का बना भोजन दे रहे हैं।’