वित्तीय संकट का सामना कर रही डोमेस्टिक एयरलाइन गो फर्स्ट (Go First) ने बुधवार को ऋणदाताओं की बैठक में एक बार फिर फंड की मांग की है। एयरलाइन दिवाला प्रक्रिया का सामना कर रही है और अपने परिचालन को फिर से शुरू करने की कोशिश कर रही है।
बैंकिंग सूत्रों ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को दी जानकारी के अनुसार, एयरलाइन 400 से 600 करोड़ रुपये के बीच अतिरिक्त धनराशि की मांग कर रही है और ऋणदाताओं को अगले 48 घंटों में प्रस्तावों का मूल्यांकन करने की उम्मीद है।
हालांकि, मीडिया से बात करने की अनुमति नहीं होने के कारण किसी भी बैंकर ने अपनी पहचान का खुलासा नहीं किया।
गो फर्स्ट की जुलाई में परिचालन फिर से शुरू करने की योजना
एक बैंकर ने कहा कि गो फर्स्ट की योजना जुलाई में परिचालन फिर से शुरू करने और 22 विमानों के साथ 78 रोजाना उड़ानें संचालित करने की है। हालांकि, इसके लिए एयरलाइन को एविएशन सेक्टर के रेगुलेटर डीजीसीए से मंजूरी लेनी होगी।
वहीं, एक दूसरे बैंकर ने कहा कि परिचालन को फिर से शुरू करने की योजना रेगुलेटर की मंजूरी समेत कई कारकों पर निर्भर करती है।
बता दें कि गो फर्स्ट दिवालियापन फाइलिंग में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, आईडीबीआई बैंक और डॉयचे बैंक को इसके लेनदारों में सूचीबद्ध किया गया है। इन सब से गो फर्स्ट एयरलाइन ने 6521 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज लिया हुआ है।