आईटी सॉल्युशंस प्रदाता कंपनी थ्रीआई इन्फोटेक ने मुंबई की फिनेंग सॉल्युशंस का अधिग्रहण कर लिया है। कंपनी ने फिनेंग के 51 फीसदी शेयर खरीद लिये हैं।
यह अधिग्रहण थ्रआई का 36वां अधिग्रहण है। कंपनी की योजना फिनेंग के बाकी शेयर कुछ समय बाद दो चरणों में खरीदने की है। फिनेंग फाइनेंशियल सेक्टर के लिए सॉफ्टवेयर उत्पाद विकसित करती है और सॉफटवेयर सॉल्युशंस भी मुहैया कराती है।
थ्रीआई इन्फोटेक ने साल 2000 से लगभग 25 कंपनियों का अधिग्रहण किया है। इसमें से लगभग 10 कंपनियों का अधिग्रहण तो पिछले वित्त वर्ष में ही हुआ है। पहले आईसीआईसीआई बैंक इस कंपनी का प्रमोटर था। दरअसल यह कंपनी 2-200 करोड़ रुपये कीमत की छोटी कंपनियों का ही अधिग्रहण करती है। कंपनी इन छोटी कंपनियों का अधिग्रहण कर उनके उत्पादों को और विकसित करने के बाद अपने वैश्विक विपणन के जरिये दुनिया भर में बेचती है।
कंपनी ने अभी हाल ही में अमेरिकी कंपनी रेग्यूलस का अधिग्रहण किया था। इस अधिग्रहण के लिए कंपनी ने लगभग 320 करोड़ रुपये खर्च किये थे। वित्त वर्ष 2007 के दौरान रेग्यूलस का कारोबार लगभग 590 करोड़ रुपये रहा था। रेग्यूलस के दुनिया भर में 10 केंद्र हैं और लगभग 1,300 कर्मचारी हैं।
कंपनी ने बीपीओ क्षेत्र की भी कंपनियों का अधिग्रहण किया है। डेल्टा सर्विसेज और जी4 सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजीज के अधिग्रहण से कंपनी को बीपीओ क्षेत्र में भी अपनी पकड़ बनाने में आसानी होगी। विश्लेषकों का मानना है कि अधिग्रहणों के जरिये विस्तार की योजना से कंपनी ने काफी तेजी से विस्तार किया है। दरअसल अभी तक कंपनी ने उन्हीं कंपनियों का अधिग्रहण किया है जिनका मुनाफा काफी अच्छा रहा है। छोटी होने के कारण इन कंपनियों के विलय में भी कोई दिक्कत नहीं होती है।