गुजरात के एलेकॉन सूमह की प्रमुख इंजीनियरिंग कंपनी ‘एलेकॉन इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड’ वैश्विक बाजारों में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए विदेश में अधिग्रहण करना चाहती है।
कंपनी पश्चिमी यूरोप या अमेरिका में अधिग्रहण की संभावना तलाश रही है। एलेकॉन ने इन दो क्षेत्रों में एक इंजीनियरिंग कंपनी को खरीदने की योजना बनाई है।यूरोप और अमेरिका में इंजीनियरिंग क्षेत्र के लिए असीम संभावनाओं को देखते हुए कंपनी इन देशों में अपनी उपस्थिति कायम करना चाहती है।
एलेकॉन इंजीनियरिंग लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक प्रयाश्विन पटेल ने कहा, ‘हमारा इरादा भारत से बाहर अपने नेटवर्क को और अधिक विस्तृत बनाना है और हम पश्चिमी यूरोप एवं अमेरिका में अधिग्रहण की संभावना तलाश रहे हैं। यह अधिग्रहण इंजीनियरिंग क्षेत्र में किया जाएगा।’
फिलहाल कंपनी अधिग्रहण के लिए कई कंपनियों के बारे में विचार कर रही है, लेकिन अभी किसी कंपनी के नाम पर अंतिम फैसला नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा कि वैसे, एलेकॉन तकरीबन 400 करोड़ रुपये के कारोबार वाली कंपनी का अधिग्रहण करेगी।
जब उनसे इस अधिग्रहण की राशि के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह उस कंपनी के आकार और प्रदर्शन पर निर्भर करेगा जिसका अधिग्रहण किया जाना है। भारत में 14 शाखाओं के साथ एलेकॉन का कारोबार 1,000 करोड़ रुपये से अधिक है।
कंपनी चीन, मध्य पूर्व, आस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, मलेशिया और सिंगापुर में मजबूत उपस्थिति दर्ज कर चुकी है। एलकॉन समूह विद्युत पारेषण उत्पादों और खनन उपकरणों से संबद्ध प्रमुख कंपनियों में से एक है। अपने नए व्यावसायिक कदमों की बदौलत कंपनी को वित्तीय वर्ष 2008-09 में 1400 करोड़ रुपये के कारोबार की संभावना है।