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वैश्विक स्तर पर आर्थिक परिस्थितियां ठीक नहीं, प्रभावित होगी आईटी कंपनियों की आय: क्रिसिल

Last Updated- March 31, 2023 | 6:01 PM IST
Global headwinds to deeply impact IT revenue growth in FY24, says Crisil

वैश्विक स्तर पर वृहद आर्थिक एवं वित्तीय क्षेत्रों के लिए बनी प्रतिकूल परिस्थितियों का 2023-24 में घरेलू सूचना प्रौद्योगिकी (IT) कंपनियों की आय वृद्धि पर बुरा असर पड़ने वाला है। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल रेटिंग्स की एक रिपोर्ट में शुक्रवार को यह कहा गया।

क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक 10 लाख करोड़ रुपये के इस क्षेत्र में राजस्व वृद्धि 2022-23 के वृद्धि अनुमान करीब 20 प्रतिशत की तुलना में 2023-24 में घटकर 10-12 प्रतिशत पर आ जाएगी।

एजेंसी के वरिष्ठ निदेशक अनुज सेठी ने कहा, ‘प्रमुख बाजारों, विशेषकर अमेरिका तथा यूरोप में बैंकिंग, वित्तीय सेवा और बीमा (BFSI) श्रेणी में प्रतिकूल माहौल से घरेलू आईटी कंपनियों की राजस्व वृद्धि प्रभावित होगी।’

एजेंसी ने कहा कि BFSI श्रेणी में राजस्व वृद्धि आधी रह जाएगी हालांकि विनिर्माण श्रेणी में 12-14 प्रतिशत की वृद्धि और अन्य श्रेणियों में 9-11 प्रतिशत की वृद्धि इसके असर को मामूली रूप से कम करेगी। इस रिपोर्ट में 17 कंपनियों से मिले आंकड़ों का विश्लेषण किया गया है।

भारत के आईटी क्षेत्र के 10.2 लाख करोड़ रुपये के राजस्व में इन कंपनियों की हिस्सेदारी 71 प्रतिशत है।

इसमें कहा गया कि बीते दो वित्त वर्ष उद्योग के लिए सर्वश्रेष्ठ रहे हैं तथा 2021-22 में उद्योग की वृद्धि 19 प्रतिशत की दर से हुई। इसमें कहा गया कि आगे जाकर मजबूत डिजिटल समाधान, क्लाउड और ऑटोमेशन क्षमताओं के साथ-साथ लागत के हिसाब से अनुकूल सौदों में अच्छी वृद्धि, पेशकशों की एक विस्तृत श्रृंखला मांग परिदृश्य का समर्थन करेगी।

बैंक, वित्तीय सेवा और बीमा श्रेणी की क्षेत्र के कुल राजस्व में हिस्सेदारी 30 प्रतिशत है। इसके अलावा, वित्त वर्ष 2023-24 में परिचालन लाभप्रदता 0.50-0.60 फीसदी के मामूली सुधार के साथ 23 प्रतिशत पर पहुंचने का अनुमान है क्योंकि सतर्क आईटी कंपनियां नई भर्ती में कटौती के साथ-साथ कर्मचारी लागत में भी कटौती कर रही हैं।

First Published - March 31, 2023 | 6:01 PM IST

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