प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
हैदराबाद की फार्मा कंपनी डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज ने 31 मार्च, 2025 को खत्म हुई चौथी तिमाही (Q4 FY25) में शानदार प्रदर्शन किया है। कंपनी ने इस दौरान 1,593.9 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया, जो पिछले साल की इसी तिमाही के 1,307 करोड़ रुपये से 22 फीसदी ज्यादा है। अगर तिमाही-दर-तिमाही बात करें, तो मुनाफा 13 फीसदी बढ़ा, जो पिछली तिमाही में 1,413.3 करोड़ रुपये था। कंपनी का कहना है कि नए प्रोडक्ट्स की लॉन्चिंग ने इस ग्रोथ में बड़ी भूमिका निभाई।
कंपनी की ऑपरेशनल आय भी इस तिमाही में 8,506 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की 7,083 करोड़ रुपये से 20 फीसदी अधिक है। पिछली तिमाही (Q3 FY25) के 8,358.6 करोड़ रुपये की तुलना में यह 2 फीसदी की बढ़ोतरी है। पूरे साल (FY25) की बात करें तो कंपनी का शुद्ध मुनाफा 1.5 फीसदी बढ़कर 5,654.4 करोड़ रुपये हो गया, जो FY24 में 5,568.4 करोड़ रुपये था। वहीं, सालाना ऑपरेशनल आय 27,916.4 करोड़ रुपये से बढ़कर 32,553.5 करोड़ रुपये हो गई, यानी 16.6 फीसदी की उछाल।
डॉ. रेड्डीज की बोर्ड मीटिंग में शेयरधारकों के लिए 8 रुपये प्रति शेयर के फाइनल डिविडेंड की सिफारिश की गई है। यह डिविडेंड शेयरधारकों की मंजूरी के बाद मिलेगा। कंपनी के एमडी और को-चेयरमैन जीवी प्रसाद ने कहा, “हमने अपने सभी बिजनेस में दोहरे अंक की ग्रोथ हासिल की है। नए प्रोडक्ट्स, अमेरिका में प्रमुख प्रोडक्ट्स की बढ़ी बिक्री और एनआरटी बिजनेस के अधिग्रहण ने हमें मजबूती दी है। हम अपने कोर बिजनेस को और बेहतर करेंगे, ऑपरेशनल एक्सीलेंस पर फोकस रखेंगे और साझेदारियों व अधिग्रहण के मौकों को तलाशेंगे।”
हालांकि, कमाई के ऐलान से पहले शुक्रवार को बीएसई पर कंपनी के शेयर 0.67 फीसदी गिरकर 1,156.40 रुपये पर बंद हुए। फिर भी, कंपनी का ये प्रदर्शन निवेशकों और इंडस्ट्री के लिए सकारात्मक संकेत देता है।