आज लगभग सभी क्षेत्रों में पूरी दुनिया भारतीयों की प्रतिभा का लोहा मान रही है। इसी क्रम में अब फार्मा क्षेत्र का भी नाम जुड़ गया है।
हाल ही में लंदन की ‘वर्ल्ड फार्मास्युटिकल फ्रंटियर्स’ नामक पत्रिका ने पांच भारतीयों को शीर्ष 40 लोगों में स्थान मिला है। एसपीजी मीडिया द्वारा कराये गये सर्वेक्षण में पूर्व औषधि नियंत्रक एम वेंकटेश्वरलू और रैनबैक्सी के मुख्य प्रबंध निदेशक मालविंदर मोहन सिंह को साल 2008 में अंतरराष्ट्रीय दवा उद्योग के शीर्ष 40 प्रभावशाली व्यक्तियों में शुमार किया गया है।
स्विज कंपनी नोवार्तिस की भारतीय इकाई के प्रमुख रंजीत साहनी, अरविंद फार्मा के चेयरमैन रामप्रसाद रेड्डी और पैनेसिया बायोटेक के संयुक्त प्रबंध निदेशक राजेश जैन भी शीर्ष 40 व्यक्तियों की सूची में शामिल हैं।
इस सर्वेक्षण में वर्ष 2007 के संयुक्त नोबल पुरस्कार विजेता मारियो आर कपेची, ऑलिवर स्मिथी और मार्टिन जे ईवान्स को दवा उद्योग का सबसे प्रभावशाली व्यक्ति माना गया है। इस सूची में वेंकटेश्वरालू को 16वां, मालविंदर सिंह को 21वां, रंजीत साहनी को 24वां स्थान प्राप्त हुआ है। पिछले साल रंजीत साहनी 38वें स्थान पर थे।रामप्रसाद रेड्डी को 35वां और राजेश जैन को 40वां स्थान मिला है।