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ब्रुकफील्ड, रिलायंस इंडस्ट्रीज और डिजिटल रियल्टी के संयुक्त उद्यम – डिजिटल कनेक्शन ने आज आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में एआई सक्षम 1 गीगावॉट वाला अति आधुनिक डेटा सेंटर बनाने का ऐलान किया। इस पर साल 2030 तक पांच साल की अवधि में करीब 11 अरब डॉलर का निवेश किया जाएगा। इससे ठीक एक महीने पहले गूगल ने विशाखापत्तनम में 15 अरब डॉलर के निवेश से वैश्विक स्तर का एआई संचालित डेटा सेंटर बनाने की अपनी योजनाओं के बारे में बताया था। गूगल का अमेरिका के बाहर यह अब तक का सबसे बड़ा निवेश है।
यह डेटा सेंटर 400 एकड़ भू-क्षेत्र पर फैला होगा। 14 नवंबर को रिलायंस ने घोषणा की थी कि वह पूरी तरह से मॉड्यूलर, भविष्य के लिहाज से तैयार 1 गीगावॉट का एआई डेटा सेंटर बनाएगी और यह दुनिया के सबसे आधुनिक जीपीयू (ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स), टीपीयू (टेंसर प्रोसेसिंग यूनिट्स) और एआई प्रोसेसर को होस्ट करने के लिहाज से बनाया जाएगा। इस समझौते पर विशाखापत्तनम में सीआईआई पार्टनरशिप समिट 2025 के पहले दिन मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, आईटी और उद्योग मंत्री नारा लोकेश तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज के कार्यकारी निदेशक पीएमएस प्रसाद की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए गए थे।
कंपनी के अनुसार उसके डेटा सेंटर एआई वर्कलोड की निरंतर मदद के लिए बनाए गए हैं, जो हाइपरस्केलर और उद्यमों को भविष्य के लिहाज से तैयार सिस्टम, दमदार सबस्टेशन, प्रचुर बिजली और रैक डेंसिटी के साथ अगले दशक के नवाचारों को संचालित करने में मदद करेंगे। कंपनी एआई युक्त विशेष उद्देश्य से बनाए गए डेटा सेंटर के जरिये भारत का अगली पीढ़ी का बुनियादी ढांचा बना रही है, जो बेजोड़ प्रदर्शन, अधिक स्तर की क्षमता और पर्यावरण अनुकूल क्षमता के लिहाज से डिजाइन किए गए हैं।
उसका चेन्नई में पहले से ही एक परिसर है। दूसरा मुंबई के चांदीवली इलाके में बनाया जा रहा है। कंपनी ने बयान में कहा, ‘भारत के विकसित भारत 2047 के सपने के अनुरूप डिजिटल कनेक्शन नवाचार, प्रभाव और निरंतर वृद्धि को बढ़ावा देने तथा भारत का भरोसेमंद डिजिटल बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराने की दिशा में नई संभावनाओं को सामने ला रही है।’
गूगल ने 14 अक्टूबर को राज्य सरकार के साथ अपने समझौता पर हस्ताक्षर किए थे। गूगल ने डेटा सेंटर विकसित करने के लिए अदाणी एंटरप्राइजेज के साथ भी उसके संयुक्त उद्यम वाली कंपनी अदाणीकनेक्स के जरिये गठजोड़ किया था। यह विशाखापत्तनम में भारत का सबसे बड़ा एआई डेटा सेंटर परिसर और नया हरित ऊर्जा वाला बुनियादी ढांचा होगा।
गूगल के एआई हब में गीगावॉट स्तर के डेटा सेंटर परिचालन शामिल होंगे, जिन्हें दमदार सबसी केबल नेटवर्क और स्वच्छ ऊर्जा से मदद मिलेगी, ताकि भारत में सबसे ज्यादा मांग वाले एआई वर्कलोड को चलाया जा सके। इसे अदाणीकनेक्स और एयरटेल जैसे पारिस्थितिक तंत्र के साझेदारों के साथ मिलकर शुरू किया जाएगा।