facebookmetapixel
आरएसएस के 100 साल : विशेष डाक टिकट और स्मारक सिक्का जारीमीशो सेल में 2.06 अरब ग्राहक पहुंचे, त्योहारी खरीदारी में रिकार्ड वृद्धिअपनी 100 वर्षों की यात्रा में संघ ने समाज में आत्मबोध, स्वाभिमान जगायामहंगाई पर RBI की कड़ी नजर जरूरी, संसद की निगरानी से बढ़ेगी जवाबदेहीफीकी पड़ती चाय: जलवायु परिवर्तन भारत को श्रीलंका और नेपाल की चाय की ओर धकेल सकता हैEditorial: आरबीआई ने रीपो रेट 5.5% पर बरकरार रखा, महंगाई और आर्थिक वृद्धि पर फोकसRBI ने बैंकों के लोन की लागत घटाने, ऋण प्रवाह बढ़ाने और रुपये के अंतरराष्ट्रीयकरण के लिए कई उपाय किएAuto Sales: सितंबर में कारों की बिक्री ने भरा फर्राटा, त्योहारी मौसम और जीएसटी कटौती से थोक बिक्री 5.4% बढ़ीविवाद सुलझाने वाला सर्कुलर एक महीने के भीतर जारी होने की उम्मीद : आईबीबीआईLG इलेक्ट्रॉनिक्स चाहे ₹77,400 करोड़ का मूल्यांकन, 7 अक्टूबर को खुलेगा आईपीओ

2030 तक भारत से $3 अरब का स्पोर्ट्स सामान खरीदेगी डेकाथलॉन, 90 से ज्यादा शहरों में मौजूदगी बढ़ाने की भी योजना

फिलहाल डेकाथलॉन की वैश्विक खरीद में भारत की हिस्सेदारी 8 प्रतिशत है जो अगले पांच साल में बढ़कर 15 प्रतिशत हो जाएगी।

Last Updated- July 29, 2025 | 9:39 PM IST
प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो

फ्रांस की खेल सामग्री विक्रेता डेकाथलॉन का इरादा साल 2030 तक भारत से खरीद को लगभग छह गुना बढ़ाकर 3 अरब डॉलर करने का है।  कंपनी की योजना इस दौरान वैश्विक खरीद में भारत की हिस्सेदारी दोगुनी करने की है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने आज यह जानकारी दी।

वर्तमान में यह रिटेलर भारत से 48 करोड़ डॉलर का सामान लेती है। फिलहाल डेकाथलॉन की वैश्विक खरीद में भारत की हिस्सेदारी 8 प्रतिशत है जो अगले पांच साल में बढ़कर 15 प्रतिशत हो जाएगी। कंपनी इस दौरान फुटवियर, क्रिकेट सामान, धातु के खेल उपकरणों और ऑ​प्टिकल जैसे सामान पर ध्यान देगी।

इस बीच कंपनी भारत में जो बिक्री करती है, उसकी 70 प्र​तिशत खरीद स्थानीय स्तर पर की जाती है। उम्मीद है कि इस अव​धि में यह हिस्सा बढ़कर 90 प्र​तिशत हो जाएगा।

डेकाथलॉन इंडिया के मुख्य कार्य अ​​धिकारी शंकर चटर्जी ने कहा, ‘चूंकि हम ऑफलाइन और ओमनी-चैनल प्लेटफार्म पर लगातार अपनी मौजूदगी बढ़ा रहे हैं। इसलिए उत्पादन उत्कृष्टता हमारी रणनीति के केंद्र में है जिससे स्थायी कारोबारी वृद्धि और प्रत्येक भारतीय की खेल तक पहुंच बढ़े।’ 

चटर्जी ने आगे कहा कि भारत इस खुदरा विक्रेता के वृद्धि के लिए महत्त्वपूर्ण कारक है और कंपनी के लिए राजस्व के लिहाज से यह शीर्ष आठ बाजारों में से एक है। कंपनी वियरेबल उपकरण, मसाजर और यहां तक कि ट्रेडमिल जैसे फिटनेस उपकरणों का भी स्थानीय स्तर पर उत्पादन शुरू करने पर विचार कर रही है। देश में कंपनी के 113 विनिर्माण स्थल, 83 आपूर्तिकर्ता और 7 उत्पादन कार्यालय हैं। वर्तमान में यह 55 शहरों में 132 स्टोरों का संचालन करती है और साल 2030 तक 90 से ज्यादा शहरों में अपनी मौजूदगी बढ़ाने की योजना बना रही है।

First Published - July 29, 2025 | 9:39 PM IST

संबंधित पोस्ट