फ्रांस की खेल सामग्री विक्रेता डेकाथलॉन का इरादा साल 2030 तक भारत से खरीद को लगभग छह गुना बढ़ाकर 3 अरब डॉलर करने का है। कंपनी की योजना इस दौरान वैश्विक खरीद में भारत की हिस्सेदारी दोगुनी करने की है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने आज यह जानकारी दी।
वर्तमान में यह रिटेलर भारत से 48 करोड़ डॉलर का सामान लेती है। फिलहाल डेकाथलॉन की वैश्विक खरीद में भारत की हिस्सेदारी 8 प्रतिशत है जो अगले पांच साल में बढ़कर 15 प्रतिशत हो जाएगी। कंपनी इस दौरान फुटवियर, क्रिकेट सामान, धातु के खेल उपकरणों और ऑप्टिकल जैसे सामान पर ध्यान देगी।
इस बीच कंपनी भारत में जो बिक्री करती है, उसकी 70 प्रतिशत खरीद स्थानीय स्तर पर की जाती है। उम्मीद है कि इस अवधि में यह हिस्सा बढ़कर 90 प्रतिशत हो जाएगा।
डेकाथलॉन इंडिया के मुख्य कार्य अधिकारी शंकर चटर्जी ने कहा, ‘चूंकि हम ऑफलाइन और ओमनी-चैनल प्लेटफार्म पर लगातार अपनी मौजूदगी बढ़ा रहे हैं। इसलिए उत्पादन उत्कृष्टता हमारी रणनीति के केंद्र में है जिससे स्थायी कारोबारी वृद्धि और प्रत्येक भारतीय की खेल तक पहुंच बढ़े।’
चटर्जी ने आगे कहा कि भारत इस खुदरा विक्रेता के वृद्धि के लिए महत्त्वपूर्ण कारक है और कंपनी के लिए राजस्व के लिहाज से यह शीर्ष आठ बाजारों में से एक है। कंपनी वियरेबल उपकरण, मसाजर और यहां तक कि ट्रेडमिल जैसे फिटनेस उपकरणों का भी स्थानीय स्तर पर उत्पादन शुरू करने पर विचार कर रही है। देश में कंपनी के 113 विनिर्माण स्थल, 83 आपूर्तिकर्ता और 7 उत्पादन कार्यालय हैं। वर्तमान में यह 55 शहरों में 132 स्टोरों का संचालन करती है और साल 2030 तक 90 से ज्यादा शहरों में अपनी मौजूदगी बढ़ाने की योजना बना रही है।