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जूता-चप्पल बनाने वाली प्रमुख कंपनी बाटा के प्रंधन निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी गुंजन शाह ने कहा है कि खपत में सुस्ती ‘अस्थायी’ है और आने वाली तिमाहियों में त्योहारों के दौरान मांग बढ़ने तथा खुदरा कारोबार में विस्तार से क्षेत्र में तेजी आने की उम्मीद है।
कंपनी को उम्मीद है कि ई-कॉमर्स उसकी वृद्धि को गति देगा। इसका कारण कंपनी अपने पोर्टल और भागीदारों के माध्यम से ऑनलाइन बिक्री का विस्तार कर रही है। ई-कॉमर्स अब अब एक ‘लाभदायक’ और ‘व्यवहारिक’ कारोबार है।
इसके अलावा, नई पीढ़ी को आकर्षित करने की अपनी रणनीति के तहत बाटा अपनी दुकानों को अधिक आकर्षक बनाने के लिए उसके नवीनीकरण में भी निवेश कर रही है। साथ ही किफायती उत्पादों के साथ-साथ नये-नये उत्पादों में भी निवेश कर रही है।
कंपनी के उत्पादों के खरीदारों में युवाओं की हिस्सेदारी करीब 40 प्रतिशत है। बाजार परिदृश्य के बारे में पूछे जाने पर, शाह ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में सुस्ती की बात स्वीकार की।
उन्होंने कहा, ‘‘निकट अवधि में, खपत में कुछ सुस्ती देखी जा रही है। इसके कारण कारोबार पर प्रभाव पड़ा है।’’ हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी अपने प्रयास, निवेश और विभिन्न महत्वपूर्ण क्षेत्रों और उपायों को जारी रख रही है। इसके साथ खपत में मौजूदा सुस्ती का यह चरण ‘अस्थायी’ रहने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा, ‘‘आने वाली तिमाहियों में त्योहरों के दौरान मांग बढ़ने की उम्मीद है। इसके साथ खपत में तेजी आनी चाहिए। हमारा नजरिया सकारात्मक है।’’
बाटा इंडिया के चेयरमैन अश्वनी विंडलास ने भी कहा, ‘‘बाजार में निचले और मध्यम स्तर पर कुछ नरमी रही है। इसका कारण आम चुनाव और अत्यधिक गर्मी का पड़ना रहा है। वृद्धि को गति देने से जुड़े एक सवाल के जवाब में शाह ने कहा कि कंपनी दीर्घकालीन रणनीति के तहत प्रासंगिक उत्पादों पर ध्यान देगी।
साथ ही ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से खुदरा कारोबार को बढ़ाने और विपणन, ब्रांड और उपभोक्ता अनुभव को बेहतर बनाने में निवेश करेगी।