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मुंबई में CNG और PNG की बढ़ीं कीमतें, महानगर गैस ने किया दामों में इजाफा

इनपुट कॉस्ट बढ़ने के कारण महानगर गैस ने सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में वृद्धि की घोषणा की। कंपनी का कहना है कि नई कीमतें भी पेट्रोल और डीजल से सस्ती हैं।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- July 08, 2024 | 8:44 PM IST

सरकारी कंपनी महानगर गैस (MGL) ने इनपुट कॉस्ट बढ़ने के कारण मुंबई और उसके आसपास सीएनजी और घरों में इस्तेमाल होने वाली पाइप्ड प्राकृतिक गैस (PNG) की कीमतों में बढ़ोतरी का ऐलान किया है। यह बढ़ोतरी 9 जुलाई से लागू होगी। कंपनी के बयान के मुताबिक, सीएनजी की कीमतों में 1.5 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी की गई है।

वहीं, घरों में इस्तेमाल होने वाली PNG की कीमतों में 1 रुपये प्रति SCM की बढ़ोतरी की गई है। इस बढ़ोतरी के बाद, टैक्स सहित CNG की नई कीमत 75 रुपये प्रति किग्रा और PNG की नई कीमत 48 रुपये प्रति SCM हो जाएगी।

कीमत बढ़ोतरी के कारण

कंपनी ने यह बढ़ोतरी आयातित प्राकृतिक गैस की अतिरिक्त लागत को पूरा करने के लिए की है। अपने बयान में कंपनी ने कहा, “सीएनजी और पीएनजी की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए और घरेलू गैस आवंटन में कमी के कारण, महानगर गैस को बाजार मूल्य पर अतिरिक्त प्राकृतिक गैस (आयातित LNG) खरीदना पड़ रहा है, जिसके चलते गैस की लागत बढ़ गई है।” बता दें कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर कंपनी के शेयर 1.97 फीसदी नीचे 1,666 रुपये पर बंद हुए।

गौरतलब है कि इससे पहले 22 जून को दिल्ली और आसपास के शहरों के लिए सिटी गैस लाइसेंसधारी इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड ने सीएनजी की कीमतों में 1 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी की थी, जिसके बाद दिल्ली में सीएनजी की कीमत 75.09 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई थी। हालांकि, वहां पीएनजी की दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया था और यह अभी भी 48.59 रुपये प्रति scm है।

कंपनी का कहना है कि “कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद, मुंबई में मौजूदा कीमतों पर MGL की CNG पेट्रोल और डीजल की तुलना में क्रमश: लगभग 50 प्रतिशत और 17 प्रतिशत की बचत करवाती है।

कंपनी ने ये भी कहा कि ” मामूली बढ़ोतरी के बाद भी, MGL की CNG और घरेलू PNG की कीमतें देश में सबसे कम दरों में से एक है।” बता दें कि जमीन और समुद्र तल से निकाले गए प्राकृतिक गैस को सीएनजी में बदलकर गाड़ियों में इस्तेमाल किया जाता है और पाइप के जरिए घरों तक पहुंचाया जाता है, जहां इसका इस्तेमाल खाना पकाने में किया जाता है।

लेकिन सरकारी कंपनी ONGC के घरेलू क्षेत्रों से गैस की सप्लाई मांग के अनुरूप नहीं बढ़ पा रही है। ONGC के क्षेत्रों से प्राप्त गैस CNG की मांग का 66-67 फीसदी पूरा करती है और बाकी गैस आयात करनी पड़ती है।

First Published : July 8, 2024 | 8:44 PM IST