दवा बनाने वाली कंपनी सिप्ला (Cipla Q1 Results) का 2023-24 की पहली तिमाही में नेट प्रॉफिट बढ़कर 895.02 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी को 759.16 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
कंपनी ने बुधवार को बीएसई फाइलिंग में कहा कि मार्च तिमाही में तुलना में उसका नेट प्रॉफिट 151.7 प्रतिशत बढ़ा है। तब कंपनी का मुनाफा 355.49 करोड़ रुपये था।
सिप्ला की 30 जून 2023 को समाप्त तिमाही में ऑपरेशन से आय सालाना आधार पर 12.2 प्रतिशत बढ़कर 4,318.19 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। एक साल पहले की इसी अवधि में यह 3,846.14 करोड़ रुपये थी। वहीं, मार्च तिमाही में कंपनी की ऑपरेशन से इनकम 3,893.74 करोड़ रुपये रही थी।
सिप्ला का वन इंडिया कारोबार जून तिमाही में 12 प्रतिशत बढ़ा
इसके अलावा सिप्ला का वन इंडिया कारोबार जून तिमाही में सालाना आधार पर 12 प्रतिशत बढ़ गया। वहीं, अमेरिका में कंपनी का बिजनेस 43 प्रतिशत के उछाल के साथ रिकॉर्ड 22 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया। कंपनी का साउथ अफ्रीका में कारोबार भी बढ़ा है। इसमें सालाना आधार पर 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
सिप्ला के प्रबंध निदेशक और वैश्विक सीईओ उमंग वोहरा ने कहा कि कंपनी का वन-इंडिया कारोबार जून तिमाही के दौरान 12 प्रतिशत की दर से दोहरे अंक में बढ़ रहा है, जिसका नेतृत्व ब्रांडेड नुस्खों के साथ क्रोनिक थेरेपी में निरंतर वृद्धि के साथ हुआ है।
वोहरा ने कहा, “हम आगामी तिमाहियों में विकास के लिए एक मजबूत आधार स्थापित करने की दिशा में काम करना जारी रखने के लिए उत्साहित हैं। हम भारत में ब्रांडेड प्रिस्क्रिप्शन व्यवसाय में क्रोनिक थेरेपी में नेतृत्व जारी रखने, अमेरिका में अपनी पाइपलाइन का और विस्तार करने और दक्षिण अफ्रीका में सबसे बड़ा प्रिस्क्रिप्शन व्यवसाय बनने का लक्ष्य रखते हैं।”