अमेरिकी पीई फर्म कार्लाइल साझेदारी करार के तहत सिंगापुर मुख्यालय वाली प्रॉडक्ट इंजीनियरिंग फर्म क्वेस्ट ग्लोबल में अल्पांश हिस्सेदारी का अधिग्रहण करने जा रही है। इस लेनदेन में मौजूदा निवेशक बेन कैपिटल और एडवेंट इंटरनैशनल बाहर निकल जाएगी।
इस लेनदेन के लिए इक्विटी कार्लाइल एशिया पार्टनर्स की तरफ से प्रबंधित इकाइयों के फंड से आएगी। क्वेस्ट ग्लोबल कंपनी के शेयरों की पुनर्खरीद करेगी और क्वेस्ट ग्लोबल के चेयरमैन व सीईओ अजित प्रभु कंपनी में अतिरिक्त हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेंगे।
कार्लाइल व प्रभु कितनी हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेंगे, इसका खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन सूत्रों ने कहा कि कार्लाइल एशिया पार्टनर्स फंड क्वेस्ट ग्लोबल की 28 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण करीब 2 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर करेंगे और करीब 50 करोड़ डॉलर निवेश करेंगे।
घोषणा में कहा गया है, साझेदारी के जरिए हुआ यह सौदा अपनी कारोबारी रणनीति की लंबी अवधि में कामयाबी और अपने कर्मचारियों को लेकर क्वेस्ट ग्लोबल की प्रतिबद्धता बताता है।
कार्लाइल इंडिया एडवाइजर्स के प्रबंध निदेशक और प्रमुख अमित जैन ने कहा, क्वेस्ट ग्लोबल में कार्लाइल पहली व शुरुआती चरण की प्राइवेट इक्विटी निवेशक थी और हम दोबारा साझेदारी कर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। हमारा मानना है कि कंपनी के अविभाजित क्लाइंटों की संकेंद्रिता, इंजीनियरिंग में बेहतरी, अलग वैश्विक डिलिवरी मॉडल और प्रबंधन टीम की उद्यमिता को लेकर ऊर्जा ने इसे उद्योग के हर वर्टिकल में कामयाब बनाया है।
जैन ने कहा, हमारा मानना है कि क्वेस्ट ग्लोबल उत्पाद नवोन्मेष, डिजिटल इंजीनियरिंग, एम्बेडेड सिस्टम्स, बढ़ती आउटसोर्सिंग और विभिन्न उद्योगों में उन्नत तकनीक आदि में हो रही बढ़ोतरी का फायदा उठाने के लिए अच्छी स्थिति में है। हम क्वेस्ट ग्लोबल की प्रबंधन टीम के साथ काम करेंगे, साथ ही कार्लाइल की विशेषज्ञता व वैश्विक नेटवर्क का फायदा भी उसे मिलेगा, जिससे कंपनी को ईआरऐंडडी क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर विस्तार में मदद मिलेगी।
क्वेस्ट ग्लोबल ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, इंजीनियरिंग सेवाओं की बढ़ती मांग के कारण हमारा इरादा भारत में अगले 3 से 5 साल में अपने कर्मचारियों की संख्या दोगुनी कर 20 हजार करने का है। अभी वैश्विक स्तर पर कुल कर्मचारियों की संख्या करीब 17,500 है, जिसमें से भारत में करीब 10 हजार कर्मी हैं।
क्वेस्ट ग्लोबल के चेयरमैन व सीईओ अजित प्रभु ने कहा, कार्लाइल के साथ पहली बार मूल्यवर्धित साझेदारी हुई है और मैं एक बार फिर कार्लाइल के साथ काम करने को इच्छुक हूं ताकि हम आगे बढ़ें। मुझे भरोसा है कि साथ मिलकर हम अत्याधुनिक इंजीनियरिंग समाधान अपने दुनिया भर के क्लाइंटों को मुहैया कराने की अपनी प्रतिबद्धता पूरी कर पाएंगे, वहीं अपनी उद्यमिता की संस्कृति भी बनाए रखेंगे।
बार्कलेज, जेपी मॉर्गन, बीएनपी पारिबा और लैथम ऐंड वाटकिंस ने क्वेस्ट ग्लोबल के लिए सलाहकार की भूमिका निभाई। डॉयचे बैंक, क्लिफॉर्ड चांस, केपीएमजी और टाईलीगल ने कार्लाइल को सलाह दी।
बार्कलेज, बीएनपी पारिबा, सिटीबैंक, डॉयचे बैंक, एचएसबीसी, आईएनजी, जेपी मॉर्गन, नोमुरा, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक, एलन ऐंड ओवरी और लिंकलेटर्स ने इस लेनदेन के लिए वित्त की व्यवस्था करने में मदद की।