ब्रिटेन की तेल और गैस उत्खनन कंपनी केयर्न एनर्जी पीएलसी की भारतीय इकाई केयर्न इंडिया को श्रीलंका के समुद्र से दूर के क्षेत्रों में तेल और प्राकृतिक गैस के भंडारण का उत्खनन करने के लिए अधिकार दिए गए हैं।
श्रीलंका के पेट्रोलियम मंत्री एएचएम फौजी ने कहा कि ब्लॉक वन क्षेत्र के अंतर्गत श्रीलंका के पश्चिमोत्तर तट का 3,400 वर्ग किलोमीटर का दायरा आता है और इसी में कंपनी को उत्खनन का काम करने के लिए मंजूरी दी गई है।
फौजी ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘ब्लॉक के लिए तीन कंपनियों ने बोली लगाई थी, लेकिन कैबिनेट ने इसे केयर्न को देने का निर्णय किया है।’ गौरतलब है कि श्रीलंका अपनी तेल की जरूरतों को पूरा करने के लिए इसका आयात करता है। भूकंपीय सर्वेक्षणों के बाद श्रीलंका ने अपने तीन ब्लाकों को निवेशकों को देने का विचार किया।
केयर्न के अलावा भारत की सरकारी स्वामित्व वाली ओएनजीसी विदेश लिमिटेड (ओवीएल) और कनाडा की निको रिर्सोसेज ने ब्लॉक वन के लिए बोली लगाई थी। श्रीलंका ने पहले से ही भारत और चीन की सरकारों को दो अन्य ब्लॉक आवंटित किए हैं।