इंजीनियरिंग कंपनी लार्सन ऐंड टुब्रो (एलऐंडटी) और आदित्य बिड़ला सूमह की फर्म ग्रासिम इंडस्ट्रीज हिस्सेदारी बेचने को लेकर जारी विवाद अदालत से बाहर सुलझाने के लिए तैयार हैं।
दोनों कंपनियां चेन्नई के जाने-माने चार्टर्ड अकाउंटेंट एस. गुरुमूर्ति की मध्यस्थता में इस विवाद को सुलझा लेंगी। इस मामले से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक एलऐंडटी में ग्रासिम की 19 लाख शेयरों के साथ 0.63 प्रतिशत की हिस्सेदारी है वहीं एलऐंडटी की आदित्य बिड़ला समूह की अन्य सहयोगी इकाई अल्ट्राटेक सीमेंट में 11.49 प्रतिशत की भागीदारी है। अल्ट्राटेक सीमेंट देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग कंपनी एलऐंडटी की ही एक इकाई है।
ग्रासिम एलऐंडटी की मौजूदा बाजार कीमत पर हिस्सेदारी बेचना चाहती है जो 6 मई को 3061.15 रुपये प्रति शेयर है। मौजूदा कीमत के हिसाब से ग्रासिम 580 करोड़ रुपये में अपनी हिस्सेदारी बेच सकती है। लेकिन एलऐंडटी इसे 120 रुपये प्रति शेयर की कीमत से बेचना चाहती है। यह कीमत उस वक्त की है जब 2004 में दोनों कंपनियों के बीच समझौता हुआ था।
जब इस बारे में गुरुमूर्ति से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया, ‘उन्होंने एलऐंडटी की सीमेंट इकाई को आदित्य बिड़ला समूह में स्थानांतरित कराने के लिए मध्यस्थ की भूमिका निभाई थी। दोनों कंपनियों की ओर से अब तक मुझे किसी अन्य मुद्दे में मध्यस्थता की जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई है। यदि आगे ऐसा होता है, तो मैं विचार करूंगा।’