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BSmart HR Conclave: तकनीक से कार्यबल का हो तालमेल, तेजी से बदल रही एचआर की भूमिका

उद्योग के दिग्गजों ने कोविड-19 महामारी की वजह से दफ्तर से दूर रहकर काम करने के असर पर भी चर्चा की।

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बीएस संवाददाता   
Last Updated- August 28, 2024 | 10:52 PM IST

तेजी से बदलते आधुनिक संगठनों में मानव संसाधन (एचआर) की भूमिका महत्त्वपूर्ण हो रही है, जो कर्मचारियों की जरूरतों, तकनीकी प्रगति और दफ्तरों के बदलते तौर-तरीकों के हिसाब से खुद को ढाल रहा है। बिज़नेस स्टैंडर्ड द्वारा मुंबई में आज आयोजित ‘बीस्मार्ट एचआर कॉन्क्लेवः शेपिंग टुमॉरोज वर्कफोर्स’ में प्रमुख कंपनियों के शीर्ष एचआर अधिकारियों ने इस बात पर सहमति जताई।

कार्यक्रम का उद्घाटन कारोबारी सलाहकार और लेखिका रमा बीजापुरकर ने किया। कार्यक्रम में ऐक्सिस बैंक के एचआर प्रमुख राजकमल वेमपति, एनएमआईएमएस में एमबीए-आर, फैकल्टी प्रमुख हेमा बजाज, एडलवाइस लाइफ इंश्योरेंस की मुख्य मानव संसाधन अधिकारी सबा आदिल, आदित्य बिड़ला समूह के ग्रुप कार्यकारी अध्यक्ष-एचआर, रमेश मित्रगोटी, टाटा कसंल्टेंसी सर्विसेज के उपाध्यक्ष-एचआर, डीपी नांबियार ने पैनल चर्चा के दौरान अपने विचार रखे।

वेमपति ने जोर देते हुए कहा कि प्रतिभा की कोई कमी नहीं है और यह प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है मगर र्कायबल की बदलती जरूरत पूरी करना चुनौती है। आदित्य बिड़ला समूह के मित्रगोटी ने कहा कि प्रौद्योगिकी में होने वाला हर बदलाव नौकरी की भूमिका देखने का तरीका भी बदल देता है। उन्होंने कहा कि संगठन के अंदर नौकरियों की भूमिका में तकनीक का प्रभाव बढ़ रहा है।

टीसीएस के नांबियार ने स्वीकार किया कि आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) जैसी तकनीक जिस तेजी से बढ़ रही है उस तेजी से अपनाई नहीं जा रही है। टीसीएस में कर्मचारियों की कुशलता बढ़ाने पर ध्यान दिया जाता है ताकि वे बदलती परिस्थितियों में आगे रह सकें।

उद्योग के दिग्गजों ने कोविड-19 महामारी की वजह से दफ्तर से दूर रहकर काम करने के असर पर भी चर्चा की।

First Published : August 28, 2024 | 10:52 PM IST