प्रमुख एडटेक कंपनी बैजूस पर एक मीडिया खबर में फर्जी निवेश जुटाने और समूह की कंपनी के भुगतान में देरी किए जाने संबंधी आरोपों के बीच कंपनी ने कहा है कि उसका वित्तपोषण सही राह पर अग्रसर है और 80 करोड़ डॉलर में से अधिकांश रकम उसे पहले की मिल चुकी है।
बैजूस के प्रवक्ता ने कहा, ‘शेष रकम जल्द मिलने की उम्मीद है।’
कंपनी ने यह भी कहा कि पिछले साल आकाश के अधिग्रहण के लिए किए गए 1 अरब डॉलर के सौदे से संबंधित भुगतान पूरे हो चुके हैं और अंकेक्षित वित्तीय नतीजों की घोषणा अगले 10 दिनों में की जाएगी।
द मॉर्निंग कॉन्टेक्स्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने इसी साल मार्च में 80 करोड़ डॉलर के वित्तपोषण की घोषणा की थी लेकिन वह पटरी से उतर चुका है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि उस निवेश दौर के एक प्रतिभागी सुमेरु वेंचर्स से रकम प्राप्त नहीं हुई है।
डेटा प्लेटफॉर्म ट्रैक्सन और क्रंचबेस के अनुसार, सुमेरु वेंचर्स अमेरिका के लॉस एंजिल्स की कंपनी है। उसने फूड डिलिवरी फर्म स्विगी और स्थानीय भाषा प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्म वर्से में भी निवेश किया है।
इसी साल मार्च में बैजूस ने कहा था कि उसने ताजा दौर के वित्तपोषण के तहत 80 करोड़ डॉलर जुटाए हैं। कंपनी ने कहा था कि इसमें से आधा निवेश संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी बैजू रवींद्रन कर रहे हैं। इस दौर में भाग लेने वाले निवेशकों में सुमेरु वेंचर्स, विट्रुवियन पार्टनर्स और ब्लैकरॉक शामिल थे। इसके साथ ही बैजूस का मूल्यांकन बढ़कर 22 अरब डॉलर हो गया जो पहले 18 अरब डॉलर था।
सूत्रों ने कहा कि कंपनी में 40 करोड़ डॉलर का व्यक्तिगत निवेश करने के बाद रवींद्रन की हिस्सेदारी 22 फीसदी से बढ़कर करीब 25 फीसदी हो गई है। उन्होंने कहा कि रवींद्रन शेयर के बदलने ऋण के तौर पर 40 करोड़ डॉलर जुटाने के लिए कई अंतरराष्ट्रीय और घरेलू बैंकों से बातचीत कर रहे थे। इससे उन्हें निवेशकों की दिलचस्पी ऐसे समय में बढ़ाने में मदद मिलेगर जब मूल्यांकन पर दबाव दिख रहा है।
कुछ मीडिया खबरों में यह भी कहा गया है कि बैजूस पिछले साल किए गए करीब 1 अरब डॉलर के अधिगहण के लिए भुगतान को टाल रही है। जबकि अन्य खबरों में कहा गया है कि अमेरिका में विस्तार करने के लिए बैजूस एक नकद सौदे के तहत दो अमेरिकी कंपनियों को खरीदने की कोशिश कर रही है। इससे अमेरिका में सूचीबद्ध एडटेक कंपनी का मूल्यांकन 1 अरब डॉलर के पार पहुंच जाएगा।
बैजूस के प्रवक्ता ने कहा, ‘आकाश के लिए हमारा भुगतान पूरा हो चुका है।’ उन्होंने कहा, ‘अंकेक्षित वित्तीय नतीजों की घोषणा अगले 10 दिनों में की जाएगी।’
बैजूस ने सैकड़ों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता भी दिखा दिया है। उसने समूह की कंपनियों- ह्वाइटहैट जूनियर और टॉपर- से करीब 500 कर्मचारियों की छंटनी की है। कंपनी के अनुसार, लागत को युक्तिसंगत बनाने संबंधी पहल के तहत यह छंटनी की गई है। सूत्रों ने कहा कि विभिन्न इकाइयों और विभागों में हुई छंटनी पर गौर किया जाए तो यह आंकड़ा कहीं बढ़ सकता है। हालांकि एक अन्य मीडिया खबर में कहा गया है कि कंपनी ने करीब 2,500 कर्मचारियों की छंटनी की है लेकिन कंपनी ने उसका खंडन किया है।
इस प्रकार की खबरें ऐसे समय में आ रही हैं जब बैजू रवींद्रन के नेतृत्व वाली कंपनी आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने की तैयारी कर रही है। कंपनी अगले साल तक सूचीबद्ध होना चाहती है।
