प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन-दिवसीय भारत यात्रा सबसे महत्वपूर्ण बिंदु प्रौद्योगिकी पर चर्चा से जुड़ा हुआ था। प्रौद्योगिकी में भारत के बढ़ते योगदान को स्पष्ट करते हुए दो अमेरिकी टेक दिग्गजों- एमेजॉन (Amazon) और गूगल (Google) ने अपनी प्रतिबद्धताएं दोहराईं।
एमेजॉन ने देश में अगले सात वर्षों के दौरान 15 अरब डॉलर तक का अतिरिक्त निवेश करने की घोषणा की है। इसके साथ ही भारत में कंपनी का निवेश बढ़कर 26 अरब डॉलर हो जाएगा।
हालांकि एमेजॉन ने इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है कि वह नया निवेश कैसे करेगी, लेकिन कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी ऐंडी जैसी का कहना है, ‘हमने भारत में कई लक्ष्य एक साथ साझा कर रहे हैं। हम बड़ी संख्या में नौकरियां पैदा करना, भारत को ज्यादा संख्या में मझोले व्यवसाय पैदा करने में सक्षम बनाना, और दुनियाभर से ज्यादा कंपनियों को आकर्षित करना चाहते हैं।’
एमेजॉन ने 1 करोड़ छोटे व्यवसायों को डिजिटलीकरण से जोड़ने, 20 अरब डॉलर के निर्यात में सक्षम बनाने और 2025 तक 20 लाख नौकरियां पैदा करने का लक्ष्य रखा है। मौजूदा समय में, एमेजॉन इंडिया 62 लाख छोटे व्यवसायियों को डिजिटलीकरण की प्रक्रिया से संपन्न बना चुकी है और 13 लाख परोक्ष तथा अपरोक्ष रोजगार पैदा कर चुकी है।
एमेजॉन से निवेश ऐसे समय में आया है जब सरकार ने ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) लॉन्च किया है। वॉलमार्ट की फ्लिपकार्ट और रिलायंस रिटेल से भी प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है।