देश की सबसे बड़ी बुनियादी ढांचा फर्म लार्सन ऐंड टुब्रो के फायरब्रांड ग्रुप चेयरमैन अनिल मणिभाई नाइक कंपनी के साथ 58 साल तक काम करने के बाद पद छोड़ रहे हैं। 80 वर्षीय नाइक सितंबर के आखिर में अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद मानद चेयरमैन के तौर पर कंपनी के अग्रणी नेतृत्व का मार्गदर्शन करते रहेंगे।
एलऐंडटी के निदेशक मंडल ने आज एस एन सुब्रमण्यन को कंपी का चेयरमैन व प्रबंध निदेशक नियुक्त कर दिया, जो 1 अक्टूबर के प्रभावी होगा। वह अभी कंपनी के सीईओ व एमडी हैं। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंजों को यह सूचना भेजी है।
नाइक ने कहा, एलऐंडटी हमारा जीवन रहा है। मुझे गर्व है कि मैं कंपनी की बढ़त में योगदान कर पाया। पिछले दो से तीन दशक में कंपनी ने जो बढ़त हासिल की है वह अनुकरणनीय है।
हमने आईटी व तकनीकी सेवाओं पर जिस तरह से जोर दिया उसका संगठन के लाभ में सकारात्मक असर रहा। आने वाले समय में मुझे विश्वास है कि सुब्रमण्यन कंपनी की उच्च रफ्तार और उद्यमिता की संस्कृत को आगे बढ़ाते रहेंगे।
एएमएन के नाम से लोकप्रिय नाइक को 1990 के दशक में कंपनी को कॉरपोरेट हमले (अंबानी व बिड़ला समेत) से बचाने का श्रेय जाता है। कंपनी का अब 15 फीसदी स्वामित्व एम्पलॉयी ट्रस्ट के पास है, जिसके लिए आदित्य बिड़ला समूह के साथ 2003 में लेनदेन हुआ था।
इसके तहत बिड़ला ने एलऐंडटी का सीमेंट कारोबार खरीदा और बिड़ला ने एलऐंडटी एम्पलॉयी ट्रस्ट के हक में अपना 12 फीसदी हिस्सा छोड़ दिया। इस साल जनवरी में नाइक ने एक साक्षात्कार में कहा था, मैंने एलऐंडटी सॉफ्टवेयर सेवा कारोबार को शून्य से देश की पांचवीं सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सेवा कंपनी बना दिया।