दूरसंचार क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एयरटेल का 5G उपभोक्ता आधार वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के आखिर में बढ़कर नौ करोड़ हो गया। यह वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही के आखिर में 7.2 करोड़ था। एयरटेल के प्रबंध निदेशक गोपाल विट्ठल ने कंपनी परिणामों के बाद आज विश्लेषकों के साथ बैठक में यह जानकारी दी। इस बीच प्रतिस्पर्धी रिलायंस जियो ने ऐलान किया है कि उसके ग्राहकों की संख्या जून के आखिर में बढ़कर 13 करोड़ हो गई है।
विट्ठल ने विश्लेषकों को बताया ‘5G ग्राहकों की संख्या में वृद्धि जारी है। हम लगातार बाजार हिस्सेदारी बढ़ा रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि तिमाही में एयरटेल के प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) में हालिया वृद्धि बढ़कर 211 रुपये हो गई है। स्मार्टफोन से फीचर फोन और प्रीपेड से पोस्टपेड में अपग्रेड में चल रहे बदलाव के साथ-साथ डेटा से अधिक कमाई तथा अंतरराष्ट्रीय रोमिंग की बढ़ती पैठ के कारण यह वृद्धि हो रही है।
उद्योग में 3 जुलाई से शुरू हुई शुल्क बढ़ोतरी का असर दूसरी तिमाही से दूरसंचार कंपनियों के एआरपीयू में नजर आएगा। विट्ठल ने जोर देते हुए कहा ‘यह उद्योग की वित्तीय सेहत के लिए बहुत जरूरी थी। इस भुगतान के शुरुआती संकेत उत्साहजनक हैं और अगली दो तिमाहियों में पूरे असर की उम्मीद है।
यह बताना जरूरी है कि उद्योग को दीर्घकालिक स्थायी निवेश और सम्मानजनक रिटर्न अनुपात के लिए न्यूनतम 300 रुपये के एआरपीयू की जरूरत है।’ हालंकि उन्होंने माना कि शुल्क वृद्दि के बाद निचले स्तर पर, खासतौर पर 2 जी आधार में, शुरू के हफ्तों में हमारे सिम कम हुए।