एयर इंडिया के रिकॉर्ड हवाई जहाद खरीदने की सबसे बड़ी डील ने टाटा ग्रुप के स्वामित्व वाली एयरलाइन को एक नई ऊचांई पर ला दिया है।
एयर इंडिया ने मंगलवार को अपने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय प्रतिद्वंद्वियों से आगे निकलने के लिए एयरबस (Airbus) और बोइंग (Boeing) से लगभग 500 हवाई जहाज खरीदने की सबसे बड़ी डील की। माना जा रहा है कि यह नागरिक विमानन इतिहास की सबसे बड़ी डील है।
रॉयटर्स की खबर के मुताबिक, इस डील में शामिल लोगों के अनुसार, एक एयरलाइन द्वारा अब तक का सबसे बड़ा सौदा करने में ब्रिटेन के बकिंघम पेलेस से लेकर तटीय भारत तक सीक्रेट टॉक में महीनों लग गए। यह सीक्रेट टॉक किसी त्योहार से कम नहीं था। डील पूरी होने से पहले बकिंघम पेलेस से लेकर तटीय भारत तक टॉक टॉप सीक्रेट रही।
इस सीक्रेट टॉक से मंगलवार को तब पर्दा उठा जब भारत के प्रधानमंत्री, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस डील की घोषणा की।
दशकों के सरकारी नियंत्रण के बाद पिछले साल एयर इंडिया का नियंत्रण हासिल करने वाले टाटा समूह ने इस डील की सूचना देते हुए सिर्फ छह पैराग्राफ प्रकाशित किए।
अंदरूनी सूत्रों ने नाम न छापने की शर्त पर रॉयटर्स को प्रक्रिया का विवरण बताते हुए कहा कि यह डील एक साल से अधिक समय से चल रही थी।
गंभीर बातचीत पिछली गर्मियों में शुरू हुई और क्रिसमस से कुछ दिनों पहले तक जारी रही। जैसे ही इस डील का आश्चर्यजनक पैमाना सामने आने लगा, रॉयटर्स ने दिसंबर में बताया कि डील में शामिल कंपनियां रिकॉर्ड 500- हवाई जहाज खरीदने के समझौते के करीब पहुंच रही थीं।
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इस डील का मुख्य केंद्र सेंट जेम्स कोर्ट था, जो लंदन के वेस्ट एंड में बकिंघम पैलेस के पास एक लक्ज़री विक्टोरियन होटल है।
एक क्लासिक विमान उद्योग के हॉटहाउस माहौल में ‘बेक-ऑफ’ के रूप में जाने जाने वाले नेगोशिएशन करते हुए, एयरलाइन के वार्ताकारों, योजनाकारों और इंजन दिग्गजों ने टाटा के स्वामित्व वाले होटल और पड़ोसी सुइट्स में कई दिनों तक डेरा डाला।