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Adani Port: पहले अमेरिका से मिली तगड़ी फंडिंग, अब पड़ोसी देशों में कारोबार बढ़ाने की योजना

अदाणी पोर्ट्स भारत की सबसे बड़ी पोर्ट ऑपरेटर है। इसके अंडर 14 डॉमेस्टिक टर्मिनल्स हैं, जो 600 मिलियन मीट्रिक टन क्षमता को संभाल सकते हैं।

Last Updated- November 13, 2023 | 11:48 AM IST
Government is helping Adani Ports, Congress again raised the demand for JPC investigation

हाल ही में अदाणी समूह के Adani Ports को अमेरिका से बड़ी फंडिंग मिली है। 55.3 करोड़ डॉलर ये फंडिंग श्रीलंका के कोलंबो में एक पोर्ट टर्मिनल के विकास के लिए अमेरिकी सरकार से मिली है। अदाणी समूह के अनुसार इस फंड मिलने से अदाणी पोर्ट को विदेश में अपना कारोबार बढ़ाने की दिशा में सकारात्मक पहल हुई है।

ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ‘अमेरिकी सरकार की ओर से मिली फंडिंग को लेकर दावा पिछले सप्ताह कोलंबो में श्रीलंकाई अधिकारियों और अमेरिकी डिप्लोमैट्स के सामने गौतम अदाणी के बेटे करण अदाणी ने किया।’

कोलंबो में अदाणी के नेतृत्व वाले वेस्ट कंटेनर टर्मिनल के लिए अमेरिकी सरकार ने यूएस इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्प के माध्यम से फंडिंग की है। इसी के साथ अदाणी के पोर्ट व्यापार का विदेशों में फैलाव होने से हिंद महासागर में जो अब तक चीन का दबदबा बना हुआ था उस पर भी असर पड़ेगा, और अदाणी पोर्ट व्यापार के ग्लोबल लेवल पर एक नए मजबूत विकल्प के रूप में उभरेगा।

ये भी पढ़ें- Adani Group के लिए अच्छी खबर! अदाणी पोर्ट का कार्गो वॉल्यूम अगस्त में 17 फीसदी बढ़ा

पड़ोसी देशों में तलाश  रहे अवसर

करण अदाणी के मुताबिक, अब अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड की नजर पड़ोसी देशों में अवसरों पर है। इनमें बांग्लादेश के साथ-साथ तंजानिया और वियतनाम जैसे पूर्वी अफ्रीकी और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में संभावित व्यापार शामिल हैं। इसके अलवा श्रीलंका और इजराइल में कंपनी पहले से विकास में भागीदार है।

गौरतलब है कि Adani Ports भारत की सबसे बड़ी पोर्ट ऑपरेटर है। इसके अंडर 14 डॉमेस्टिक टर्मिनल्स हैं, जो 600 मिलियन मीट्रिक टन क्षमता को संभाल सकते हैं।

 

First Published - November 13, 2023 | 11:48 AM IST

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