आम लोगों की जेब पर ईंधन का बोझ बढ़ गया है। सरकार ने मंगलवार को लगातार 17वें दिन डीजल और पेट्रोल के दाम में बढ़ोतरी की है और अब पेट्रोल व डीजल की कीमतों के बीत का अंतर घटकर महज 36 पैसे रह गया है। तेल विपणन कंपनियां (ओएमसी) लगातार दाम बढ़ा रही हैं, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि जून में मांग बढ़ेगी और यह पिछले साल जून की तुलना में 85 प्रतिशत तक हो जाएगी।
मंगलवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 79.76 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 79.40 रुपये प्रति लीटर पहुंच गई और डीजल अब पेट्रोल की तुलना में महज 36 पैसे सस्ता है। पिछले 17 दिन में पेट्रोल के दाम में 8.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम में 9.77 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। लॉकडाउन के दौरान कंपनियों ने कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया था और 83 दिन के बाद दाम बढऩे शुरू हुए। मुंबई में पेट्रोल 86.54 रुपये प्रति लीटर और डीजल 77.76 रुपये प्रति लीटर है।
कीमतों में इस बढ़ोतरी से कंपनियों का विपणन मुनाफा बढ़ा है। मुंबई के एक विश्लेषक ने कहा, ‘पिछले सप्ताह के अंत तक 15 दिन के औसत मूल्य पर सकल विपणन मुनाफा डीजल पर 2.9 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल पर 3.7 रुपये प्रति लीटर रहा है।।’
बहरहाल अप्रैल और मई महीने में ईंधन की खपत बहुत मामूली रही। भारत पेट्रोलियम (बीपीसीएल) में निदेशक आर रामचंद्रन ने कहा, ‘अप्रैल में सामान्य मांग की तुलना में 40 प्रतिशत मांग रही। वहीं मई के मध्य तक यह करीब 70 प्रतिशत पहुंच गई। सामान्य जून महीने की तुलना में मांग 85 प्रतिशत है। जून में गैसोलीन की मांग सामान्य मांग का करीब 90 प्रतिशत है।’
