ईंधन के दाम के मसले का राज्यों व केंद्र को करना चाहिए समाधान

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 7:22 AM IST

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज माना कि ईंधन के दाम घटाने की पर्याप्त वजह है क्योंकि यह ग्राहकों पर बोझ है। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य दोनों सरकारों को मिलकर इस पर बात करना चाहिए और इसका समाधान निकालना चाहिए। पेट्रोल की कीमत कुछ राज्यों में 100 रुपये से ज्यादा हो गई है और यह इस समय अब तक के सर्वोच्च स्तर पर है। सरकार ने पेट्रोल व डीजल पर पिछले साल उत्पाद शुल्क बढ़ा दिया था, जिससे दो दशक के निचले स्तर पर कच्चे तेल के दाम पहुंचने का फायदा उठाया जा सके।
इंडियन वुमेन प्रेस क्लब में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि कीमतों में बढ़ोतरी ग्राहकों पर बोझ है और कीमतों को लेकर धर्म संकट है।
केंद्र व राज्य सरकारें ईंधन पर कर लगाकर राजस्व जुटाती हैं और केंद्र द्वारा इकट्ठा किए गए कर में 41 प्रतिशत राज्यों को जाता है। सीतारमण ने हा कि ऐसे में इस मसले पर केंद्र व राज्यों को मिलकर बात करने की जरूरत है।
ईंधन को वस्तु एवं सेवा कर के दायरे में लाए जाने के बारे में उन्होंने कहा कि जीएसटी के दायरे में ईंधन को लाए जाने के मसले पर जीएसटी परिषद में विचार होगा। उन्होंने कहा, ‘जब कभी जीएसटी परिषद इस मसले को बातचीत में शामिल करने का फैसला करेगी, इस पर बातचीत की जाएगी।’ एसबीआई रिसर्च के मुताबिक अगर जीएसटी के दायरे में ईंधन को लाया जाए और जीएसटी की 28 प्रतिशत अधिकतम दर इस पर लागू किया जाए तो मौजूदा अंतरराष्ट्रीय दाम के हिसाब से डीजल व पेट्रोल के दाम में क्रमश: 20 रुपये और 25 रुपये लीटर की कमी आएगी।

अनुराग कश्यप पर छापों का बचाव
फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप और अदाकारा तापसी पन्नू पर आयकर छापों पर बचाव करते वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इसी तरह के छापे 2013 में पड़े थे, लेकिन तब ऐसा कोई मसला नहीं बनाया गया था, जैसा अब बनाया जा रहा है।
किसी विशेष मामले पर प्रतिक्रिया न देते हुए सीतारमण ने कहा कि यह राष्ट्रीय हित का मसला है कि अगर कोई कर चोरी कर रहा है तो उसकी जांच हो।
आयकर विभाग ने बुधवार को पन्नू और कश्यप के आवास पर छापे मारे थे। इस कार्रवाई की विपक्षी दलों ने आलोचना की क्योंकि पन्नू और कश्यप दोनों ही सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ बोलते रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं इसका क्या जवाब दूं, ढोंग को लेकर जवाब दूं, या जबसे यह चल रहा है, तब से अब तक का बताऊं कि क्या मामला है?’  बीएस

First Published : March 5, 2021 | 11:41 PM IST