चालू रबी सीजन में सरसों की बोआई काफी हो रही है। अब तक सरसों की बोआई सामान्य रकबे से करीब 42 फीसदी ज्यादा हो चुकी है। पिछले साल की तुलना में भी इसकी बोआई में 8 फीसदी से ज्यादा इजाफा हुआ है। इस बीच, इस सप्ताह रबी फसलों की बोआई में बढोतरी की दर धीमी रही। पिछले सप्ताह तक रबी फसलों की बोआई में वृद्धि दर 14.95 फीसदी थी, जो इस सप्ताह 4.67 फीसदी रह गई।
केंद्रीय कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 16 दिसंबर तक 89.99 लाख हेक्टेयर में सरसों की बोआई हो चुकी है। सरसों का सामान्य रकबा 63.46 फीसदी है। इस तरह चालू रबी सीजन में अब तक सरसों की बोआई सामान्य रकबे से करीब 42 फीसदी ज्यादा हुई है। पिछले साल की समान अवधि से सरसों की बोआई में 8.18 फीसदी इजाफा हुआ है। पिछले साल 16 दिसंबर तक 83.18 लाख हेक्टेयर में सरसों की बोआई हुई थी। बीते दो साल के दौरान सरसों की अच्छी कीमत मिलने से किसान इसकी बोआई करने पर जोर दे रहे हैं।
इस सप्ताह धीमी पड़ी रबी फसलों की बोआई
इस सप्ताह कुल रबी फसलों की बोआई में वृद्धि दर धीमी रही। शुक्रवार को समाप्त सप्ताह तक 578.10 लाख हेक्टेयर में कुल रबी फसलों की बोआई हो चुकी है। जो पिछली समान अवधि में 552.28 लाख हेक्टेयर में हुई बोआई से 4.67 फीसदी ज्यादा है। जबकि पिछले सप्ताह तक कुल रबी फसलों की बोआई में वृद्धि दर 14.95 फीसदी थी।16 दिसंबर तक दलहन फसलों की बोआई 4.23 फीसदी बढ़कर 139.68 लाख हेक्टेयर में और तिलहन फसलों की बोआई 8.20 फीसदी बढ़कर 97.94 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है।
गेहूं व चने की बोआई 3 फीसदी बढ़ी
रबी सीजन की सबसे प्रमुख फसल गेहूं की बोआई 16 दिसंबर तक 286.50 लाख हेक्टेयर में हुई है, जो पिछली समान अवधि में 278.25 लाख हेक्टेयर में हुई बोआई से 2.96 फीसदी ज्यादा है। पिछले सप्ताह तक गेहूं की बोआई करीब 25 फीसदी बढ़ी थी। रबी सीजन की दूसरी प्रमुख फसल चना है। इस सप्ताह तक 97.90 लाख हेक्टेयर में चने की बोआई हो चुकी है, जो पिछली समान अवधि में 94.97 लाख हेक्टेयर में हुई बोआई से 3.08 फीसदी ज्यादा है।