इस साल रबी फसलों की बोआई पिछले साल से ज्यादा हो रही है। प्रमुख रबी फसलों में सबसे ज्यादा इजाफा सरसों की बोआई में हो रहा है। इसके बाद गेहूं की बोआई में वृद्धि में हो रही है। हालांकि रबी सीजन की दूसरी सबसे प्रमुख फसल चने की बोआई पिछले साल के बराबर ही हो रही है। किसानों ने गेहूं और सरसों के दाम अच्छे मिलने के कारण इनकी खेती पर अधिक जोर दिया है।
रबी फसलों की बोआई 4.46 फीसदी बढ़ी
चालू रबी सीजन में 30 दिसंबर को समाप्त सप्ताह तक कुल रबी फसलों की बोआई 645 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है। पिछली समान अवधि में यह आंकडा 617.43 लाख हेक्टेयर था। इस तरह रबी फसलों की बोआई में 4.46 फीसदी इजाफा हुआ है। अब तक दलहन फसलों की बोआई 153.09 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जो पिछली समान अवधि में हुई बोआई 150.10 लाख हेक्टेयर से 1.99 फीसदी अधिक है। तिलहन फसलों की बोआई 103.60 लाख हेक्टेयर में हुई है। पिछले साल समान अवधि में 94.96 लाख हेक्टेयर में तिलहन फसलों की बोआई हुई थी। जाहिर है इस साल पिछले साल की तुलना में तिलहन फसलों की बोआई में 9.09 फीसदी बढोतरी दर्ज की गई है।
गेहूं की बोआई 3.59 फीसदी और सरसों की बोआई 8.84 फीसदी बढ़ी
प्रमुख रबी फसलों में सबसे ज्यादा सरसों की बोआई में इजाफा हुआ है। 30 दिसंबर तक 94.22 लाख हेक्टेयर में सरसों की बोआई हो चुकी है, जो पिछली समान अवधि में 86.56 लाख हेक्टेयर में हुई बोआई से 8.84 फीसदी ज्यादा है। रबी सीजन की सबसे बड़ी फसल गेहूं की बोआई अब तक 325.10 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है। पिछले साल की समान अवधि में 313.81 लाख हेक्टेयर में गेहूं बोया गया था। इस तरह इस साल अब तक गेहूं की बोआई में 3.59 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। चना रबी सीजन की दूसरी प्रमुख फसल है। अब तक 105.61 लाख हेक्टेयर में चने की बोआई हो चुकी है, जो पिछले साल की समान अवधि में हुई 105.18 लाख हेक्टेयर में हुई बोआई के लगभग बराबर ही है।