तेल की कीमतों में शुक्रवार को बढ़ोतरी हुई, लेकिन टैरिफ से प्रभावित आर्थिक परिदृश्य तथा अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन के बीच संभावित बैठक के कारण इसकी कीमतों में जून के अंत के बाद की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट दर्ज होने की आशंका है।
ब्रेंट क्रूड वायदा 11 बजे तक (जीएमटी) 52 सेंट यानी 0.78 फीसदी बढ़कर 66.95 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। अमेरिकी वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट क्रूड वायदा 43 सेंट यानी 0.67 फीसदी 64.31 डॉलर पर पहुंच गया। ब्रेंट क्रूड वायदा इस सप्ताह 3.9 फीसदी नीचे रहने की संभावना है जबकि डब्ल्यूटीआई पिछले शुक्रवार के बंद भाव से 4.5 फीसदी कम पर बंद होने की उम्मीद है।
एएनजेड बैंक के विश्लेषकों ने एक नोट में कहा कि कई कारोबारी साझेदारों पर अमेरिका के उच्च टैरिफ गुरुवार से लागू हो गए, जिससे आर्थिक गतिविधियों और कच्चे तेल की माँग को लेकर चिंता बढ़ गई है। ये नए टैरिफ ऐसे समय में लगाए गए हैं जब अमेरिकी श्रम बाजार पहले से ही अपेक्षा से कमजोर है और गुरुवार को क्रेमलिन ने घोषणा की थी कि अमेरिका और रूस के तेल ग्राहकों के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव के बीच पुतिन और ट्रंप आने वाले दिनों में मिलेंगे।