तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने अब तक 1607 डोर टु डोर डिलिवरी (डीडीडी) मोबाइल पंप तैयार किए हैं। लोकसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने कहा कि इनका इस्तेमाल डीजल की डिलिवरी में हो रहा है।
तेली ने कहा, ‘डीजल की डोर टु डोर डिलिवरी मोबाइल डिस्पेंसरों द्वारा स्टेशनरी उपकरणों, मशीनरी और भारी वाहनों में ईंधन डालने के लिए की जा रही है, जो विशेष उपभोक्ताओं के कार्यस्थलों, समर्पित औद्योगिक क्षेत्रों, खदानों में चलने वाले उपकरणों, निर्माण स्थलों, कृषि मशीनरी, डीजल जेनरेटरों, सर्विस स्टेशनों तक न पहुंच पाने वाले वाहनों के लिए हैं।’ पेट्रोलियम नियम 2002 और पेट्रोल व डीजल (आपूर्ति, वितरण एवं गलत गतिविधियों की रोकथाम के नियम) नियंत्रण आदेश 2005 में संशोधन के बाद यह संभव हो पाया है। यह डीजल की डोर टु डोर आपूर्ति की सुविधा देने के लिए किया गया।