facebookmetapixel
MCap: टॉप 7 कंपनियों का मार्केट कैप बढ़ा; Reliance, TCS, Airtel और SBI ने शेयर बाजार में मचाया धमालIndia-US Trade Talks: अमेरिका दौरे पर जाएंगे पीयूष गोयल, व्यापार समझौते को जल्दी पूरा करने की तैयारीचीन को झटका, अमेरिका करेगा TikTok का पूरा कंट्रोल – एल्गोरिदम से लेकर बोर्ड तकH-1B visa new rules: भारतीय प्रोफेशनल्स को मिली राहत, H-1B वीजा फीस सिर्फ नए आवेदन पर लागूAmul ने 700 से ज्यादा प्रोडक्ट्स के घटाए दाम, जानें पनीर, घी और मक्खन कितना हुआ सस्ताम्युचुअल फंड्स और ETF में निवेश लूजर्स का खेल…‘रिच डैड पुअर डैड’ के लेखक ने निवेशकों को क्या सलाह दी?Bonus Stocks: अगले हफ्ते कुल पांच कंपनियां निवेशकों को देंगी बोनस, बिना कोई खर्च मिलेगा अतिरिक्त शेयर10 साल में 1716% का रिटर्न! बजाज ग्रुप की कंपनी निवेशकों को देगी 1600% का डिविडेंड, रिकॉर्ड डेट अगले हफ्तेDividend Stocks: अगले हफ्ते निवेशकों के बल्ले-बल्ले! 100 से अधिक कंपनियां बांटेंगी डिविडेंड, देखें पूरी लिस्टअमेरिका की नई H-1B वीजा फीस से भारतीय IT और इंजीनियर्स पर असर: Nasscom

हीरे की चमक से चकाचौंध मायानगरी, 17 दिसंबर को PM मोदी करेंगे दुनिया के सबसे बड़े डॉयमंड हब का उद्घाटन

अमेरिका के रक्षा मंत्रालय पेंटागन को पीछे छोड़कर भारत में अब दुनिया का सबसे बड़ा कार्यालय भवन होगा जहां हीरे का व्यापार होगा।

Last Updated- December 15, 2023 | 11:07 PM IST
Surat houses 6000 diamond units, accounts for 90-95% of world's diamond cutting polishing

दुनिया के सबसे बड़े कारोबार हब सूरत डायमंड बोर्स (SDB) की शुरुआत होने वाली है। इसका उद्धाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 17 दिसंबर को करने वाले हैं। SDB की शुरुआत के साथ आशंका जताई जा रही है कि मुंबई का हीरा कारोबार सूरत पलायन कर जाएगा। क्योंकि हीरा कारोबार में गुजरात के कारोबारियों का एकाधिकार माना जाता है। हालांकि मुंबई के हीरा कारोबारी इस आशंका को निराधार बताते हैं। उनका दावा है कि SDB से सूरत में फैला हीरा कारोबार एक छत के नीचे आएगा और इससे कारोबार में बढ़ोत्तरी होगी। लेकिन मुंबई के कारोबार में कोई फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि सूरत के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा नहीं है।

रत्न राजधानी के रुप में अपनी पहचान बना चुका सूरत में सूरत डायमंड बोर्स से कारोबार की शुरुआत की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। मुंबई से भी लगभग सभी बड़े कारोबारी इस पल के गवाह बनने के लिए सूरत पहुंच रहे हैं। लगभग सभी बड़े कारोबारियों को एसडीबी ने आमंत्रित किया है।

एसडीबी की चकाचौंध और सुविधाओं को देखने की उत्सुकता कारोबारियों के साथ राजनेताओं में भी है। दरअसल मुंबई के कारोबारी और सत्ता के गलियारों में इस समय इस बात की चर्चा जोरों पर है कि सूरत डायमंड बोर्स में काम शुरु होने से मुंबई का हीरा कारोबार सूरत पलायन कर जाएगा। इसकी सबसे बड़ी वजह दशहरा के दिन मुंबई के करीब 1200 हीरा कारोबारियों ने सूरत डायमंड बोर्स में अपने दफ्तरों की पूजा की है। माना जा रहा है कि अब ये कारोबारी वहीं से काम शुरु करेंगे।

अमेरिका के पेंटागन से भी विशाल है SDB

अमेरिका के रक्षा मंत्रालय पेंटागन को पीछे छोड़कर भारत में अब दुनिया का सबसे बड़ा कार्यालय भवन होगा। 80 वर्षों तक, पेंटागन दुनिया की सबसे बड़ी कार्यालय इमारत थी। लेकिन, यह उपाधि अब गुजरात के सूरत में निर्मित इमारत ने ले ली है, जिसमें हीरा व्यापार केंद्र होगा।

सूरत को विश्व की रत्न राजधानी के रूप में जाना जाता है, जहां दुनिया के 90 फीसदी हीरे तराशे जाते हैं। नवनिर्मित सूरत डायमंड बोर्स में 65,000 से अधिक हीरा पेशेवर एक साथ काम कर सकेंगें। करीब 32 अरब रुपये की लागत से तैयार हुए सबसे बड़े डायमंड एक्सचेंज में 15 मंजिला 9 इमारतें 35 एकड़ भूमि में फैली हुई है, ये सभी एक सेंट्रल स्‍पाइन से जुड़ी हुई हैं। विशाल परिसर का निर्माण करने वाली कंपनी के अनुसार, इसमें 7.1 मिलियन वर्ग फुट से अधिक फ्लोर स्‍पेस शामिल है।

उद्घाटन से पहले खड़ा हुआ विवाद

सूरत डायमंड बोर्स शुरू होने से पहले ही विवादो में आ गया है। हीरा बोर्स के प्रसाशकों ने निर्माण के लिए 538 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया है। इस मामले में अब सूरत की जिला अदालत ने हीरा बोर्स के प्रशासकों को 100 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी जमा करने का आदेश दिया है।

एसडीबी की निर्माता पीएससी लिमिटेड कंपनी पैसों का भुगतान नहीं करने का आरोप लगाते हुए अदातल से न्याय की गुहार लगाई है। कंपनी ने 538 करोड़ रुपये के केस दर्ज होने की तारीख तक ब्याज सहित कुल 631 करोड़ रुपये का दावा किया है।

एसडीबी का निर्माण करने वाली कंपनी के आरोप पर एसडीबी समिति के कन्वीनर लालजी पटेल ने कहा है कि डायमंड बोर्स का निर्माण पीएससी कंपनी को दिया गया था।

पटेल ने कहा कि कानूनी तौर पर देने योग्य एक भी रुपया बकाया नहीं है। उनके कानूनी तौर पर प्राप्त सर्टिफिकेट बिल के सामने 98 फीसदी पैसों का भुगतान हो चुका है। थोड़ा काम बाकी है, उसका 2 प्रतिशत राशि सर्टिफाइड होने के बाद हीरा बोर्स उनका भुगतान कर देगी। अब पीएससी कंपनी ने कोर्ट में शिकायत दर्ज की है तो उसका जवाब हमारे लीगल टीम द्वारा दिया जाएगा।

मुंबई-सूरत में बीच लड़ाई

महाराष्ट्र के मुंबई और गुजरात के सूरत शहर के बीच हीरा उद्योग को लेकर प्रतिस्पर्धा शुरु से रही है। हीरा उद्योग में गुजराती कारोबारियों का दबदबा है। सूरत में अलग अलग मंडियों में हीरा कारोबार फैला है जो सुरक्षा के लिहाज से सही नहीं था लेकिन सूरत डायमंड बोर्स की शुरुआत से कारोबार एक छत के नीचे आ जाएंगे, मुंबई की अपेक्षा सूरत सस्ता भी है।

इसके अलावा सूरत डायमंड बोर्स मुंबई से आने वाले कारोबारियों को कार्यालत खोलने के लिए खास छूट भी दी । एसडीबी समिति के सदस्य दिनेश नावडिया कहते हैं कि हीरा के तराशने का काम भले ही सूरत में होता है लेकिन वैश्विक बाजार के लिए उन्हे व्यापार मुंबई करना पड़ता है लेकिन सूरत डायमंड बोर्स में काम शुरु हो जाने के बाद कारोबार सूरत से ही काम करना पसंद करेंगे। सूरत में जल्द ही अंतरराष्ट्रीय उड़ाने भी शुरु हो जाएगी।

मुंबई का हीरा कारोबार सूरत स्थानांतरित होने के सवाल पर भारत डायमंड बोर्स (BDB) के अध्यक्ष अनूप मेहता कहते हैं कि बीडीबी दुनिया का सबसे बड़ा हीरा कारोबार का हब है। एडीबी में काम शुरु होने से सूरत के कारोबारियों को सहुलियत मिलेगी इससे देश में हीरा कारोबार विस्तार होगा लेकिन मुंबई के हीरा कारोबार में इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। यह महज अफवाह कि बीडीबी से कार्यालय खाली हो रहे हैं। हमारे सभी कार्यालय पहले की तरह काम कर रहे हैं। एसडीबी के उद्धाटन में बहुत से कारोबारी सूरत जाएंगे, हम भी जाने वाले हैं। इसका कारोबार से कोई असर नहीं पड़ने वाला है।

हीरा कारोबार के जानकार हार्दिक हुंडिया कहते हैं कि एसडीबी से हीरा कारोबारियों के लिए फायदेमंद है लेकिन इसका असर मुंबई के हीरा कारोबार नहीं पड़ने वाला है। अभी सूरत एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय उड़ाने नहीं है ऐसे में कारोबारियों को मुंबई से निर्यात करना पड़ेगा, जिसके वजह से बड़े कारोबारी फिलहाल मुंबई से अपना कारोबार चालू रखेंगे।

BDB के पूर्व सचिव नरेश मेहता कहते हैं कि फिलहाल सूरत में अलग अलग जगह में फैला हीरा कारोबार एक छत के नीचे आ जाएगा, और मुंबई में किराए पर दफ्तर खोलने वाले सूरत में जा रहे है। कारोबारियों को अब एक और विकल्प मिल गया है जिसका असर भविष्य में देखने को मिलेगा, जहां बेहतर सुविधा होगी कारोबारी वहां से कारोबार करना पसंद करेंगे।

हीरा उद्योग के संभावित पलायन को रोकने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने तैयार की योजना

सूरत डायमंड बोर्स (SDB) के उद्घाटन की तिथि नजदीक आने के साथ मुंबई से हीरा उद्योग के पलायन की आशंका तेजी हो गई है। हीरा कारोबारियों को भरोसा दिलाने के लिए राज्य सरकार की तरफ से हीरा कारोबारियों के साथ बैठक की जा रही है।

महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत कहते हैं कि व्यवसाय के विस्तार का मतलब पलायन नहीं है । राज्य सरकार की नीति हीरा एवं आभूषण उद्योग को बढ़ावा देना है। इसीलिए हम नवी मुंबई में देश का सबसे बड़ा ज्वेलरी पार्क बना रहे हैं। वहां कम से कम एक लाख से ज्यादा रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।

राज्य में मुंबई के अलावा अन्य स्थानों पर इस उद्योग के विकास के लिए क्या किया जा सकता है, इसके लिए एक समिति नियुक्त की गई है। उद्यमियों को अनुदान और प्रोत्साहन के माध्यम से हर संभव मदद दी जाएगी। देश का पहला डायमंड हब नवी मुंबई में बन रहा है। इसकी डीपीआर और नीति तैयार है। अगले साल तक देश का सबसे बड़ा डायमंड हब नवी मुंबई में है। कारोबारियों ने हीरा उद्योग को राज्य सरकार से पूरा सहयोग मिल रहा है।

First Published - December 15, 2023 | 8:05 PM IST

संबंधित पोस्ट