वायदा बाजार आयोग के अधिकारक्षेत्र के मसले पर पावर एक्सचेंज ऑफ इंडिया (पीईआई) द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई दो हफ्ते के लिए टल गई।
केंद्रीय बिजली नियामक आयोग (सीईआरसी) के सामने सुनवाई के लिए पहुंचे पक्षकार के प्रतिनिधि ने जवाब दायर करने के लिए समय मांगा और सीईआरसी ने इसे मंजूर कर लिया। सीईआरसी से सचिव आलोक कुमार ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि पक्षकार द्वारा जवाब दाखिल किए जाने के बाद मामले की सुनवाई होगी और इसमें दो से तीन हफ्ते का समय लग जाएगा। इस तरह मामले की सुनवाई फरवरी के पहले हफ्ते में ही हो पाएगी।
उधर, पावर एक्सचेंज ऑफ इंडिया की सीईओ रूपा देवी सिंह ने कहा कि मामले के पक्षकार ने जवाब दाखिल करने के लिए समय मांगा है, लिहाजा सुनवाई फिलहाल टल गई है। मामले पर और जानकारी मांगे जाने पर उन्होंने कहा – चूंकि मामला विचाराधीन है, लिहाजा इस मसले पर अभी टिप्पणी नहीं की जा सकती।
इंडियन एनर्जी एक्सचेंज के सूत्रों ने बताया कि हमने अपना जवाब सीईआरसी को सौंप दिया है जबकि पीईआई ने इसके लिए समय मांगा है।
गौरतलब है कि मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ने शुक्रवार को बिजली वायदा कारोबार की शुरुआत की थी और पीईआई ने इस पर ऐतराज जताते हुए सीईआरसी के पास याचिका दायर की थी, जिसमें कहा गया था कि बिजली जिंस नहीं है, लिहाजा एफएमसी इसके वायदा कारोबार की अनुमति नहीं दे सकता।
इस पर एफएमसी के चेयरमैन बी. सी. खटुआ ने कहा था कि कानून के तहत ऐसा करने का अधिकार सिर्फ और सिर्फ वायदा बाजार आयोग को है।