गेहूं का बफर स्टॉक बनाने की खातिर गुजरात सरकार ने राज्य के विभिन्न हिस्सों से चार लाख टन गेहूं की खरीद करने का फैसला लिया है।
गेहूं की खरीद के लिए राज्य की नोडल एजेंसी गुजरात स्टेट सिविल सप्लाई कॉरपोरेशन जल्दी ही इस फैसले पर अमल करेगा और किसानों को 10 रुपये प्रति किलो के हिसाब से भुगतान करेगा।
इस बात की पुष्टि करते हुए सिविल सप्लाई कॉरपोरेशन के सूत्रों ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि भारतीय खाद्य निगम और नाबार्ड केसहयोग से कॉरपोरेशन इस काम को अंजाम देगा। सूत्रों ने कहा कि भावनगर जिला और उत्तर गुजरात के इलाकों में कॉरपोरेशन गेहूं की खरीद अकेले करेगा जबकि अमरेली, जूनागढ़ और राजकोट जैसे जिले में भारतीय खाद्य निगम के साथ मिलकर इस काम को अंजाम दिया जाएगा।
राज्य के बाकी हिस्सों में गेहूं की खरीद सिविल सप्लाई कॉरपोरेशन, एफसीआई और नाबार्ड मिलकर करेगा।अनुकूल मौसम और लंबे समय तक जाड़ा रहने के कारण इस साल गुजरात में गेहूं की रेकॉर्ड पैदावार होने की उम्मीद है। बताया जा रहा है कि इस साल गेहूं की पैदावार में 20 फीसदी का इजाफा होगा और यह 33-34 लाख टन के स्तर पर पहुंच जाएगा। इस साल गेहूं की बुआई क्षेत्र में भी बढ़ोतरी हुई है।
पिछले साल यानी 2006-07 में 10.8 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की बुआई हुई थी जबकि 2007-08 में यह बढ़कर 12.9 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया। इसके साथ ही इस साल गेहूं की प्रति हेक्टेयर पैदावार में भी 10 फीसदी का उछाल दर्ज किए जाने की उम्मीद है यानी प्रति हेक्टेयर 35 टन की पैदावार होगी।
10 रुपये प्रति किलो के हिसाब से गेहूं की खरीद का फैसला किसानों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है। सरकार के इस कदम से किसानों के अपने उत्पाद की अच्छी कीमत मिल सकेगी। एक व्यापारी ने बताया कि किसान अपनी उपज 190 रुपये प्रति 20 किलो के हिसाब से बेचने को तैयार हैं, लेकिन इतने कम दाम के बावजूद खरीदार नहीं है।
व्यापारियों को इससे कम कीमत पर गेहूं मिल जा रहा है। फिलहाल बाजार में गेहूं की कीमत प्रति 20 किलो 190-192 रुपये के स्तर पर है। रिपोर्ट के मुताबिक राजकोट में इसका भाव 170-175 रुपये प्रति 20 किलो है। वैसे इस साल पूरे देश में गेहूं की पैदावार 750 लाख टन होने की उम्मीद है।