देश भर के पेट्रोल पंप डीलर तेल विपणन कंपनियों के साथ विवाद में उलझे हुए हैं। पेट्रोल पंप डीलरों का कहना है कि तेल विपणन कंपनियां प्रीमियम ईंधन बेचने पर ज्यादा जोर दे रही हैं।
फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया पेट्रोलियम ट्रेडर्स के महासचिव अजय बंसल ने कहा, ‘हम कंपनियों के द्वारा प्रीमियम ईंधन बेचने के लिए बाध्य हैं।’ फे डरेशन ऑफ ऑल इंडिया पेट्रोलियम ट्रेडर्स संगठन में देश भर के 37,000 पेट्रोल पंप डीलर शामिल हैं।
डीलरों का कहना है कि तेल विपणन कंपनियां – इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) अपने खुदरा आउटलेट्स पर सामान्य पेट्रोल और डीजल सीमित मात्रा में उपलब्ध करा रहे हैं। परिणामस्वरुप दिल्ली के 410 आउटलेट्स पर लगभग 50 प्रतिशत प्रीमियम ईंधन की बिक्री होती है।
तेल कंपनियां सामान्य पेट्रोल और डीजल में कुछ खास रसायन मिलाते हैं जो वाहन के इंजनों से बेहतर परफॉरमेंस दिलाता है। प्रीमियम पेट्रोल और डीजल के मूल्य सरकार द्वारा नियमित नहीं किए जाते हैं जबकि सामान्य पेट्रोल और डीजल के मूल्यों का नियमन सरकार द्वारा किया जाता है।
प्रीमियम पेट्रोल की कीमत सामान्य पेट्रोल की अपेक्षा 4 रुपये प्रति लीटर अधिक है जबकि प्रीमियम डीजल की कीमत 2.50 रुपये प्रति लीटर अधिक है। पेट्रोलियम ट्रेडर्स एसोसिएशन ने हाल ही में पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा से मुलाकात कर प्रीमियम और सामान्य ईधन की बिक्री के लिए एक नीति बनाने का जिक्र किया था।
तेल विपणन कंपनियों का कहना है कि वे सामान्य ईंधन की आपूर्ति कम मात्रा में नहीं कर रहे और न ही उपभोक्ताओं पर प्रीमियम ईंधन खरीदने का दबाव डाल रहे हैं। बीपीसीएल के एक शीर्षस्थ अधिकारी ने कहा, ‘हम डीलरों को केवल ब्रांडेड ईंधन बेचने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।’ तेल कंपनियों का कहना है कि प्रीमियम ईधन की मांग बढ़ रही है। आईओसी के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘प्रीमियम ईधन की मांग ग्रामीण क्षेत्रों में भी बढ़ रही है।’