त्योहारी मौसम होने के बावजूद बाजार में खरीदारों की बेरुखी का सामना कर रहे दुकानदारों को करवा चौथा ने मुस्कुराने का एक अच्छा मौका दे दिया।
करवा चौथ के एक दिन पहले महिलाओं ने सजने संवरने के लिए चूडी बाजार, ब्यूटी पार्लर और कपड़े की दुकानों की रौनक बढ़ा दी। इसके अलावा पति गिफ्ट खरीदने के लिए ज्वेलरी की दुकानों में भी पहुंचे और मंदी के इस दौर में कारोबारियों के चेहरे दमक उठे।
पति की लम्बी उम्र के लिए विवाहित महिलाओं द्वारा रखा जाने वाला व्रत करवा चौथ भी आधुनिकता और बाजारवाद की गिरफ्त में दिखाई देने लगा है। हर साल कार्तिक माह की चतुर्थी को सादगी के साथ मनाए जाने वाले इस त्योहार का अब बाजार भी हो गया है।
पिछले पांच सालों से ब्यूटी पार्लर में काम करने वाली शालिनी बताती हैं कि पहले की अपेक्षा अब पार्लर में इस दिन ज्यादा काम रहता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए करवा चौथा के दिन अलग रेट रखे जाने लगे है। आईब्रो, फेशियल, मसाज और मेंहदी के अलावा अलग लुक के लिए महिलाएं पहले से ही ब्यूटीशियन की बुकिंग करवा लेती हैं।
आम दिनों में मेंहदी के लिए 30 रुपये से 50 रुपये तक चार्ज किये जाते हैं जबकि इस दिन रेट 100 रुपये से 200 रुपये तक हो जाते हैं। इसका कारण ग्राहकों की अधिक संख्या और अलग तरह की उनकी मांग होती है।
चूड़ी बाजार में चूड़ियों की मांग को देखते हुए, मुंबई में चूड़ी का कारोबार करने वाले लोग इस दिन के लिए विशेष रूप से बाहर से भी चूड़ी पहनाने वाली महिलाओं को बुलाते हैं क्योंकि दुकान में जमा हुई भीड़ को संभालने के लिए उनकी जरूरत होती है। इसलिए करवा चौथ पर एक सप्ताह के लिए अतिरिक्त लोगों को काम भी मिल जाता है।