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Akshaya Tritiya 2023: अक्षय तृतीया पर ज्वैलर्स की लुभावनी छूट योजना पर भारी कीमतें

Published by
सुशील मिश्र
Last Updated- April 21, 2023 | 11:51 PM IST

निवेश का बेहतर विकल्प माना जाने वाले सोने का जादू ग्राहकों के सिर चढ़ गए अक्षय तृतीया पर बोले इसकी उम्मीद इस पर कम ही है इसके बावजूद ज्वैलर्स लुभावने ऑफर दे रहे है। गहनों की बनवाई (मेकिंग चार्ज) पर भारी छूट और दूसरे लुभावनें वाले ऑफरों के बैनरों से बाजार पटा पड़ा है। इसके बावजूद कीमतें अधिक होने के कारण इस बार बिक्री फीकी रहने का अनुमान व्यक्त किया जा रहा है।

कमजोर हाजिर मांग के कारण सटोरियों द्वारा अपने सौदों की कटान करने से वायदा कारोबार में शुक्रवार को सोने की कीमत 483 रुपये घटकर 60,020 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गयी। वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना 1.19 फीसदी की गिरावट के साथ 1,995.10 डॉलर प्रति औंस रह गया। इसी महीने 13 अप्रैल को एमसीएक्स पर सोने ने 61,371 रुपये का ऑल टाइम हाई का रिकॉर्ड बनाया था। पिछले एक साल में सोने की कीमतों में 18 फीसदी का इजाफा हुआ है। पिछले साल अक्षय तृतीया (3 मई) पर सोने की कीमत 50,808 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। ठीक छह महीने पहले भी धनतेरस के समय सोने की कीमत 50 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब थी।

अक्षय तृतीया के मौके पर सोने-चांदी में निवेश करना शुभ माना जाता है। इस बार शनिवार, 22 अप्रैल को अक्षय तृतीया है। बिक्री बढ़ाने के लिए जूलर्स कई तरह की लुभावनी योजनाएं तैयार की हैं जिनमें सोने के आभूषणों पर 10 फीसदी से 50 फीसदी तक और हीरे जडित गहनों पर 100 फीसदी मेकिंग चार्ज में छूट वाली योजनाएं ज्वैलर्स लाएं हैं। इसके अलावा सोने के सिक्के व दूसरे उपहार भी ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए दिये जा रहे हैं। हालांकि इस बार ग्राहकों का उत्साह ठंडा दिख रहा है। सोना महंगा होने और सरकारी नियमों में बदलाव के कारण इस बार सोने की बिक्री पिछले साल की अपेक्षा 20-30 फीसदी तक कम रहने की आशंका जताई जा रही है।

आईबीजेए के सचिव सुरेंद्र मेहता का कहना है कि सोने की कीमतों में हालिया उछाल अक्षय तृतीया की ग्राहकी पर पड़ेगी। अक्षय तृतीया के दिन सोने की बिक्री बीते साल से 25-30 फीसदी कम रहने की उम्मीद है। जीजेसी के चेयरमैन संयम महेरा का कहना है कि अक्षय तृतीया के मौके पर शुभ खरीदारी तो होगी, लेकिन महंगे सोने ने सेंटिमेंट खराब किए हैं, तो बिक्री इस बार बीते साल के मुकाबले प्रभावित होगी। मुंबई ज्वैलर्स एसोसिएशन के सचिव कुमार जैन कहते हैं कि सोना निवेशकों की उम्मीदों में हमेंशा खरा उतरा है, अक्षय तृतीया पर बिक्री थोड़ी प्रभावित हो सकती है लेकिन कारोबार पिछले साल के करीब ही होगा।

बेहतर रिटर्न देने वाले गोल्ड को लेकर निवेशकों में काफी उत्साह दिख रहा है। करीब 20 फीसदी मुनाफा करने वाले वाले सोना की चमक आगे भी जारी रहने की उम्मीद है। जानकारों का कहना है कि दिवाली तक सोने की कीमतें बढ़कर 64,800 तक पहुंचने का अनुमान है। केडिया कैपिटल के प्रमुख अजय केडिया कहते हैं कि निवेश और केंद्रीय बैंकों की ओर से तेजी से सोने की खरीद से कीमतों में लगातार तेजी दर्ज हो रही है। इस साल के अंत तक सोने की कीमतें 68,000 तक पहुंच सकती हैं।

निवेशकों की उम्मीदों में हमेंशा खरा उतरने की वजह से ही सोने पर निवेश लगातार बढ़ रहा है। संपत्ति सलाहकार नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक अत्यधिक धनी लोगों (UHNWI) ने 2022 में सोने में वैश्विक स्तर पर औसतन तीन फीसदी और एशिया प्रशांत क्षेत्र में चार प्रतिशत निवेश किया। महामारी के कारण ब्याज दर घटने और दुनिया भर में केंद्रीय बैंकों द्वारा नकदी बढ़ाने से सोना महंगा हुआ। नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में अनिश्चितता को देखते हुए उपभोक्ता ऐसी परिसंपत्तियों पर जोर दे रहे हैं, जो टिकाऊ हों और महंगाई के खिलाफ उन्हें राहत दे सकें।

भारत के अत्यधिक धनी लोगों ने 2022 में कुल निवेश योग्य संपत्ति का छह प्रतिशत हिस्सा सोने में लगाया। इस सूची में आठ फीसदी हिस्से के साथ ऑस्ट्रेलिया पहले स्थान पर रहा। इसके बाद छह प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ भारत और चीन संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर रहे। नाइट फ्रैंक ने कहा कि भारत के अत्यधिक धनी लोगों के निवेश में 2018 में सोने की हिस्सेदारी चार फीसदी थी, जो 2022 में बढ़कर छह प्रतिशत हो गई। सोने से अच्छे प्रतिफल की उम्मीद में निवेश बढ़ा। सोने ने पिछले पांच वर्षों (वित्त वर्ष 2018-19 से 2022-23 तक) में 69 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया है।

First Published : April 21, 2023 | 11:43 PM IST