लोकसभा चुनाव से पहले शुरू हुए अंतिम संसद सत्र की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने कहा कि वैश्विक आर्थिक मंदी के बावजूद भारत की विकास दर ऊंची रहने का अनुमान है।
राष्ट्रपति ने कहा कि सरकारी नीतियों की वजह से ऐसा संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि पिछले चार साल के दौरान हमारी आर्थिक विकास दर 8.9 फीसदी से अधिक रही, जबकि पिछले तीन साल में तो यह विकास दर नौ फीसदी से भी अधिक रही है।
राष्ट्रपति ने कहा कि वैश्विक मंदी ने मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव डालना शुरू कर दिया है लेकिन सरकार ने दो विशिष्ट पैकेजों के जरिए राहत देने की कोशिश की है।
पहला पैकेज पिछले साल दिसंबर में और दूसरा पैकेज इस साल जनवरी में दिया गया। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2009 के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की विकास दर 7.1 फीसदी रहने की उम्मीद है।
