आमतौर पर रेल यात्रियों के लिए ढेरों योजनाओं का पिटारा खोलकर सभी पक्षों की वाहवाही लूटने वाले लालू प्रसाद को मंगलवार को वर्ष 2008-09 का रेल बजट पेश करने के दौरान न केवल विपक्षी दलों बल्कि सरकार के महत्वपूर्ण समर्थक वाम दलों और खुद कांग्रेस के भी कुछ सदस्यों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा।
रेल मंत्री ने विपक्ष तथा वाम दलों के वाकआउट के बीच अपना रेल भाषण पूरा किया। भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के गुजरात, बिहार तथा मध्य प्रदेश के सदस्यों के साथ ही राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) के घटक दलों शिवसेना तथा बीजद सदस्यों ने अपने अपने क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए सदन से वाकआउट किया। तेलुगू देशम पार्टी(तेदेपा) तथा समाजवादी पार्टी के सदस्य भी रेल मंत्री के भाषण का बहिष्कार करते हुए सदन से चले गए। कांग्रेस के सदस्य अवतार सिंह भडाना अपने क्षेत्र फरीदाबाद के साथ न्याय नहीं किए जाने का आरोप लगाते हुए अग्रिम पंक्ति में आ गए जिन्हें संसदीय कार्यमंत्री प्रियरंजन दासमुंशी ने समझा बुझा कर अपनी जगह पर बिठाया।
लालू प्रसाद ने करीब 12.15 बजे रेल भाषण पढ़ना शुरु किया जो दो घंटे तक चला। भाषण खत्म करने के बाद अपने अनोखे अंदाज में रेल मंत्री ने पत्रकारों से कहा, ”अब मैं थक चुका हूं, सवाल बाद में।” उन्होंने अपने रेल बजट भाषण की शुरूआत में काफी शेरो शायरी की, जिस पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत समूचा सदन और स्पीकर दीर्घा में बैठी लालू की बेटियां भी ठहाके लगाती देखी गईं। लालू ने कहा, ”गोल पर गोल दाग रहे हैं हर मैच में देश का बच्चा-बच्चा बोले चक दे रेलवे।” अपने भाषण में रेल मंत्री ने कृष्ण भगवान को भी याद किया। छपरा से मथुरा के बीच रेल चलाए जाने की घोषणा करने से पूर्व लालू ने कहा, ”अब हम कृष्ण भगवान के पास जाएंगे।”
विपक्ष के साथ ही समर्थक दलों के भारी शोरशराबा किए जाने के दौरान अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने उनके इस व्यवहार की निंदा करते हुए कहा कि यदि सदस्य रेल बजट को सुनने के इच्छुक नहीं हैं तो रेल मंत्री अपना बाकी का भाषण सदन के पटल पर रख दें। लेकिन लालू प्रसाद ने सदस्यों के हंगामे से विचलित हुए बिना अपना भाषण पढ़ना जारी रखा और धैर्य के साथ पूरे भाषण का पाठ किया। लालू की देहाती अंग्रेजी ने भी सदस्यों को ठहाके लगाने पर मजबूर कर दिया। लालू प्रसाद का भाषण सुनने के लिए राज्यसभा गैलरी में लालू प्रसाद की बेटियां भी बैठी हुई थीं।
सदन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सदन के नेता प्रणव मुखर्जी, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी ने भी काफी ध्यान से रेल बजट भाषण को सुना। गृह मंत्री शिवराज पाटिल सबसे अंतिम पंक्ति में बैठे थे। कांग्रेस की युवा ब्रिगेड के सभी सदस्य राहुल गांधी, सचिन पायलट, जतिन प्रसाद, दीपेन्द्र हुड्डा, ज्योतिरादित्य सिंधिया तथा प्रिया दत्त आदि मौजूद थे। फिल्मी सितारों में जया प्रदा और राजबब्बर ही सदन में नजर आए। सत्ता पक्ष की ओर जहां अधिकतर सीटें भरी हुई थीं वहीं विपक्ष और खासतौर से भाजपा की ओर की काफी सीटें खाली पड़ी थीं।