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Budget 2023: बीते साल कोरोना ने फीकी कर दी थी ‘हलवा सेरेनमी’, सालों से सरकारें निभा रही हैं मुंह मीठा करना की ये परंपरा

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बीएस वेब टीम
Last Updated- January 18, 2023 | 7:47 AM IST

1 फरवरी 2023 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट 2023-2023 पेश करेंगी। मौजूदा सरकार का ये आखिरी पूर्णकालिक बजट होगा। क्योंकि साल 2024 में आम चुनाव हैं। बजट की बात हो, तो इस पूरी प्रक्रिया में सबसे पहले आती है सालों से चली आ रही परंपरा, हलवा सेरेमनी।

बजट के पहले होने वाली हलवा सेरेमनी (halwa ceremony) भी खासी चर्चा का विषय होती है। हालांकि, कोरोना महामारी के चलते बीते साल यह सेरेमनी नहीं हुई थी। इस बार भी हलवा सेरेमनी को लेकर स्थिति साफ नहीं है। सालों से सरकारें बजट से पहले मुंह मीठा कराने की इस परंपरा का पालन करती आ रही हैं।

कब हुई हलवा सेरेमनी (Halwa Ceremony) की शुरुआत

इसके इतिहास को लेकर किसी आधिकारिक दस्तावेज में कोई तारीख या किसी खास घटना का जुक्र नहीं है लेकिन, सालों से वित्त मंत्री इस परंपरा को निभाते आ रहे हैं।

हर साल बजट की तैयारी पूरी होने के बाद हलवा सेरेमनी का आयोजन किया जाता है। बजट का दस्तावेजीकरण हो जाने के बाद और बजट को छपने के लिए भेजने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद ही हलवा सेरेमनी का आयोजन होता है।

बजट पेश होने के करीब 10 दिन पहले Secretariat के नार्थ ब्लॉक (North Block) में बड़ी सी कढ़ाई में हलवा बनाया जाता है। वित्त मंत्री और वित्त मंत्रालय के सभी अधिकारी इस आयोजन में शामिल होते हैं। वित्त मंत्री खुद अपने हाथों से सबको हलवा बांटते हैं।

ऐसा माना जाता है कि बजट पेश करने से पहले, हलवा सेरेमनी एक तरह का प्रोत्साहन प्रतीक है उन उन सभी स्टाफ मेंबर्स और अधिकारियों के लिए जो बजट (Budget) बनाने की प्रक्रिया का हिस्सा रहे हों। ये इन प्रक्रिया में शामिल लोगों की कोशिशों को एक तरह से मान्यता देने की प्रक्रिया है।

बजट की गोपनीयता बनाए रखने के लिए 10 दिनों के लिए नॉर्थ व्लॉक में ही रहते हैं अधिकारी

बजट की गोपनीयता को बनाए रखने के लिए पूरी चौकसी बरती जाती है। बजट से जुड़ी एक भी जानकारी लीक न हो जाए, इसलिए बजट निर्माण में शामिल सभी अधिकारी 10 दिनों के लिए नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में चले जाते हैं। इस दौरान बाहरी दुनिया से उनका कोई संपर्क नहीं रहता।

करीब 10 दिनों के बाद वे बाहर निकलते हैं, जब बजट के दिन वित्त मंत्री अपना बजट भाषण संसद में पढ़ चुके होते हैं। इन 10 दिनों में यह कर्मचारी या अधिकारियों का संपर्क अपने परिवार सहित पूरी दुनिया से कट जाता हैं। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि बजट से जुड़ी जानकारी बजट भाषण पहले लीक न हो जाए।

 

First Published : January 18, 2023 | 7:46 AM IST