यूटिलिटी वाहनों की मांग की बदौलत वित्त वर्ष 25 के दौरान यात्री वाहनों की थोक बिक्री में 2 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह अब तक के सर्वाधिक स्तर तक पहुंचकर 43 लाख हो गई। उद्योग के संगठन सायम ने आज यह जानकारी दी और कहा कि देश में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) में भी ‘रफ्तार’ देखी गई है।
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटो मोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सायम) के आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 24 में अधिक आधार के असर के बावजूद बिक्री में सुधार हुआ। वित्त वर्ष 25 में दोपहिया और तिपहिया की बिक्री में क्रमशः 9.1 प्रतिशत (1.96 करोड़ वाहन) और 6.7 प्रतिशत (7,40,000 वाहन) की वृद्धि हुई। वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में 1.2 प्रतिशत की गिरावट आई।
वाहन उद्योग की कुल बिक्री में 7.3 प्रतिशत और निर्यात में 19.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वित्त वर्ष 25 के दौरान ईवी की बिक्री में 16.9 प्रतिशत (19.7 लाख) की वृद्धि हुई जबकि वित्त वर्ष 24 में यह संख्या 16.8 लाख थी। सायम ने ‘वाहन’ के आंकड़ों का विश्लेषण किया है। इसके अनुसार इलेक्ट्रिक यात्री वाहनों का पंजीकरण 18.2 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1,00,000 तक पहुंच गया। इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों का पंजीकरण 21.2 प्रतिशत बढ़कर 11.5 लाख हो गया। इलेक्ट्रिक तिपहिया वाहनों का पंजीकरण 10.5 प्रतिशत बढ़कर लगभग 7,00,000 हो गया।
सायम ने कहा, ‘केंद्र सरकार के हालिया नीतिगत हस्तक्षेपों के कारण देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने के मामलों की रफ्तार बढ़ी है।’ सायम को उम्मीद है कि स्थिर आर्थिक स्थितियों और सरकार की नीतियों तथा बुनियादी ढांचे पर खर्च की वजह से वाहन उद्योग के सभी क्षेत्रों में वित्त वर्ष 26 में भी वृद्धि जारी रहेगी। सायम का कहना है कि वर्तमान में साल 2025 के लिए जताए गए सामान्य मॉनसून के पूर्वानुमान से व्यापक आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, खास तौर पर उन ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में जो वाहन क्षेत्र की मांग के लिए अनुकूल होंगे।
वित्त वर्ष 2025 में यूटिलिटी वाहनों की बिक्री में 11 प्रतिशत का इजाफा हुआ। यात्री वाहनों की कुल बिक्री में उनकी हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2024 में 60 प्रतिशत थी और इसकी तुलना में यह वित्त वर्ष 2025 में बढ़कर 65 प्रतिशत हो गई।
आधुनिक सुविधाओं और आधुनिक डिजाइन से लैस नए यूटिलिटी वाहनों ने उपभोक्ताओं को ‘जोरदार ढंग से लुभाया’ है और साथ ही वाहन विनिर्माताओं की प्रचार पेशकशों और छूट भी इसमें मददगार रही है। वित्त वर्ष 2025 के दौरान यात्री वाहनों ने 7,70,000 का अब तक का सर्वाधिक अधिक निर्यात दर्ज किया, जो पिछल साल की तुलना में 14.6 प्रतिशत अधिक रहा।