टेस्ला के पूर्व शीर्ष अधिकारी मिशेल स्पेंसर द्वारा स्थापित जेनो मोटर्स भारत के इलेक्ट्रिक मोटरसाइकल बाजार में ओला इलेक्ट्रिक को चुनौती देने के लिए तैयार है। न्यूयॉर्क मुख्यालय वाली जेनो बेंगलूरु से परिचालन करती है और उसने अपनी इलेक्ट्रिक मोटरसाइकल के लिए होमोलोगेशन प्रक्रिया पहले ही शुरू कर दी है। यह इलेक्ट्रिक मोटरसाइकल 4 किलोवाट घंटे की लिथियम-आयरन फॉस्फेट बैटरी से संचालित है।
कंपनी ने इसकी कीमत 75,000 रुपये से 1.2 लाख रुपये के बीच रखने की योजना बनाई है। एक बार चार्ज करने पर 100 किलोमीटर की रेंज के साथ भारत में कंपनी की पहली इलेक्ट्रिक मोटरसाइकल को 2025 की चौथी तिमाही में उतारा जा सकता है।
जेनो को उम्मीद है कि वह ग्राहकों को अग्रिम भुगतान करने की तुलना में सबस्क्रिप्शन मॉडल के जरिये बैटरी-एज-ए-सर्विस प्रदान करके उनकी रेंज की चिंता दूर करेगी। इस कदम का उद्देश्य आरंभिक लागत कम करना तथा इलेक्ट्रिक दोपहिया के साथ कीमत का अंतर को दूर करना है।
चार साल तक टेस्ला में ऑटोमोटिव निर्माण, मॉडल एस3एक्सवाई रेंज और ऊर्जा कारोबार की उत्पाद टीमों के प्रमुख के रूप में काम कर चुके स्पेंसर का कहना है, ‘हम जिस बाजार पर ध्यान दे रहे हैं, वह उच्च प्रदर्शन वाला स्पोर्ट्स यूटिलिटी इलेक्ट्रिक बाइक सेगमेंट है जिसमें कीमतें 75,000 रुपये से 1.2 लाख रुपये के बीच हैं। इस रेंज में फिलहाल भारत में कोई वाहन (इलेक्ट्रिक बाइक) नहीं है। हम ऐसी बाइक मुहैया कराना चाहते हैं जिसका इस्तेमाल परिवार के साथ आने-जाने, मनोरंजन या सामान ढोने वाले गिग वर्कर्स या मोटरसाइकल टैक्सी के रूप में चलाने के लिए किया जा सके। हमारा ध्यान बड़े पैमाने पर इस बाजार पर है।’
स्पेंसर के अनुसार होमोलोगेशन प्रक्रिया 5 से 6 महीने में पूरी कर लिए जाने की संभावना है। इस वाहन को भारत और केन्या में 500,000 किलोमीटर से ज्यादा की प्री-टेस्टिंग से गुजारा गया है। इलेक्ट्रिक मोटरसाइकल को 350 किलोग्राम की भार वहन क्षमता के साथ तैयार किया गया है, जो कुछ प्रतिस्पर्धियों की तुलना में दोगुनी है।
कंपनी को कई प्रमुख निवेशकों का समर्थन है। इनमें टोयोटा वेंचर्स, उद्यम निवेशक क्रिस्टोफर सेक्का की लोअरकार्बन कैपिटल और एडवांटएज फाउंडर्स मुख्य रूप से शामिल हैं। एडवांटजेज फाउंडर्स ने रैपिडो, एक्सपोनेंट और जिंगबस जैसी ग्रीन मोबिलिटी समेत कई कंपनियों में निवेश किया है।