ट्रैक्टर क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों ट्रैक्टर्स ऐंड फार्म इक्विपमेंट (टैफे) और अमेरिका की एग्को कॉरपोरेशन ने भारत में मैसी फर्ग्यूसन ब्रांड के स्वामित्व के संबंध में विवाद पर अदालत के बाहर समझौता कर लिया है और चेन्नई की कंपनी ने भारत, नेपाल तथा भूटान में विशिष्ट आधार पर इस प्रतिष्ठित ब्रांड का स्वामित्व बरकरार रखा है। समझौते में ब्रांड, वाणिज्यिक मसलों और शेयरधारिता से संबंधित सभी मामले शामिल हैं।
इस समझौते के तहत टैफे में एग्को के शेयरों को टैफे वापस खरीदेगी, जो टैफे की इक्विटी का 20.7 प्रतिशत है और इसकी कीमत 26 करोड़ डॉलर है। इससे टैफे अमलगमेशन्स ग्रुप की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बन जाएगी, जो चेन्नई स्थित मुख्यालय वाला विविध औद्योगिक कारोबारों में काम करता है।
दूसरी तरफ यह भारतीय दिग्गज कंपनी ने एग्को में अपनी हिस्सेदारी 16.3 प्रतिशत के स्वामित्व स्तर पर बरकरार रखने और उससे अधिक नहीं बढ़ाने पर सहमति जताई है, जबकि कुछ अपवादों के आधार पर अपने आनुपातिक स्वामित्व को बनाए रखने के लिए एग्को के भविष्य के पुनर्खरीद कार्यक्रमों में भाग लेगी। टैफे एग्को में सबसे बड़ी शेयरधारक है, जो डीरे ऐंड कंपनी और सीएनएच इंडस्ट्रियल के बाद दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी कृषि उपकरण विनिर्माता कंपनी है। दूसरी ओर एग्को के पास टैफे का 21 प्रतिशत हिस्सा है।
टैफे एग्को के नेतृत्व के साथ नियोजित क्रमबद्ध बातचीत के जरिये एग्को में दीर्घकालिक निवेशक बनी रहेगी। हालांकि टैफे और एग्को के बीच सभी वाणिज्यिक समझौते पारस्परिक रूप से समाप्त हो जाएंगे, लेकिन टैफे ने कहा कि वह आपूर्ति के बकाया ऑर्डर का सम्मान करेगी और सभी बाजारों के लिए मंजूर शर्तों पर पुर्जों की आपूर्ति जारी रखेगी। सभी चल रही कानूनी कार्यवाही स्थायी रूप से और बिना शर्त वापस ले ली जाएगी।
टैफे की चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मल्लिका श्रीनिवासन ने कहा, ‘चूंकि हम टैफे की विकास गाथा में नए युग में कदम रख रहे हैं, हम एग्को के साथ अपनी लंबी साझेदारी को पहचानते हैं और संजोते हैं तथा प्रतिबद्ध शेयरधारक के रूप में एग्को का समर्थन करना जारी रख रहे हैं।’