शिंदे ने बताया कि इस आईसीपी के निर्माण में 74 करोड़ रूपए का खर्च आया है । इसमें आधुनिक टर्मिनल भवन, उपकरण से परिपूर्ण सीमा शुल्क और आव्रजन केन्द्र, सुरक्षा के उच्चस्तरीय उपकरण, मुद्रा विनिमय और बैंक की सुविधा है ।
गृहमंत्री ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क को बेहतर बनाने और बांग्लादेश के साथ व्यापार को बढ़ाने में आईसीपी मील का पत्थर साबित होगी और यह दोनोंं देशों के लिए लाभप्रद साबित होगा ।
बांंग्लादेश के गृहमंत्री आलमगीर ने कहा कि यह ऐतिहासिक पल है और यह आयात-निर्यात को नया आयाम देगा।