मलिक के बयानों पर देश के ईसाई समुदाय ने आपत्ति जताई और उनसे भड़काउ टिप्पणियों पर माफी की मांग की।
मलिक ने मौलवी द्वारा सरकार पर दबाव बनाने के लिए समर्थकों के साथ इस्लामाबाद कूच करने से ठीक पहले इस सप्ताह की शुरूआत में कहा था कि पोप की टोपी बड़ी है, ताहिर उल कादरी की टोपी छोटी है। कृपया उनसे पूछिए कि वह लगभग पोप की तरह व्यवहार क्यों कर रहे हैं।
कादरी ने सत्ता छोड़ने और संसद तथा विधानसभाओं को भंग करने के लिए सरकार के खिलाफ अभियान छेड़ा है।
एक अन्य मौके पर मलिक ने कहा कि इन कपड़ों में कादरी यहूदी पादरी की तरह दिख रहे हैं।
उनके बयानों पर कड़ी आपत्ति जताते हुए राष्ट्रीय न्याय एवं शांति आयोग के निदेशक एवं कैथोलिक चर्च के वरिष्ठ पादरी इम्मानुअल यूसुफ मनी ने मलिक से अपने बयान वापस लेने के लिए कहा।
मनी ने मलिक के बयानों को गैरजरूरी और भड़काउ करार दिया क्योंकि इस तरह की कोई तुलना नहीं की जा सकती।