कांग्रेस के साथ चल रही तनातनी के बीच सरकार से अलग होने का फैसला कर चुकी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी
राकांपा प्रमुख शरद पवार के साथ दिल्ली से पहुंचने के बाद यहां हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से बात करते हुए प्रफुल्ल पटेल ने कहा, हम संप्रग में हैं और घटक दल के रूप में भविष्य में भी इसका हिस्सा बनी रहेगी। केन्द्र सरकार को हमारा समर्थन है और भविष्य में भी जारी रहेगा।
राकांपा आठ साल से कांग्रेस की स्थाई सहयोगी रही है। संकट उस समय पैदा हुआ जब कृषि मंत्री शरद पवार ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर भारी उद्योग मंत्री पटेल के साथ सरकार छोड़ने की इच्छा जताई।
पटेल ने इन बातों को नकार दिया कि राकांपा दबाव की नीति अपना रही है।
उन्होंने कहा, अगर कांग्रेस का कोई नेता कहता है कि यह दबाव की नीति है तो यह सही नहीं है।
उन्हांेने कहा, हम कांग्रेस की किसी अन्य अटकल पर भरोसा नहीं करते हैं।
उधर, प्रदेश राकांपा के प्रमुख मधुकर पिचाड़, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, राज्य गृह मंत्री आर आर पाटिल और पीडब्ल्यूडी मंत्री छगन भुजबल के आज पवार से उनके आवास पर मुलााकात कर रहे हैं जहां पवार उन्हें दिल्ली में हुए घटनाक्रम की जानकारी देंगे और राज्य की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करेंगे।