facebookmetapixel
Editorial: बाजार में एसएमई आईपीओ की लहरराष्ट्र की बात: कहानियां गढ़ने में डीपफेक से पैदा हुई नई चुनौतीजलवायु परिवर्तन नहीं सत्ता परिवर्तन असल मुद्दा!क्विक कॉमर्स में स्टार्टअप की नई रणनीतिपिछड़ा अरट्टई, व्हाट्सऐप फिर नंबर एक; एआई सर्च इंजन परप्लेक्सिटी ने भारतीयों का ध्यान ज्यादा खींचा‘पाक से रिश्ते भारत की कीमत पर नहीं’…अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा – भारत के साथ हमारी दोस्ती गहरीसिल्क सिटी भागलपुर के रेशम का घुट रहा दम, ट्रंप टैरिफ से बढ़ी गर्दिशसस्ते आयात से स्टील के दाम पर दबाव की आशंका, उद्योग के साथ महत्त्वपूर्ण बैठक करेगा इस्पात मंत्रालयपोर्टल पर हो नौकरियों का सटीक आंकड़ा, श्रम मंत्रालय से मजबूत तंत्र विकसित करने का आग्रहभारत बनेगा खिलौनों का ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब, ₹13000 करोड़ की योजना पर काम कर रही सरकार

TRAI ने अप्रासंगिक नियम रद्द किए

TRAI ने तर्क दिया है कि मौजूदा नियमों में फिक्स्ड लाइन और इंटरनेट सेवाओं के आसानी से परिचालन सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त प्रावधान हैं।

Last Updated- July 27, 2023 | 11:01 PM IST
To regulate OTT apps or not? Trai begins consultation process

नियमों को अद्यतन करने की कवायद के बीच भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने 2001 में लाए गए अपने पहले के कानून को खत्म कर दिया है, जिससे डायल-अप और लीज्ड लाइन इंटरनेट एक्सेस सर्विसेज की सेवाओं की गुणवत्ता (क्यूओएस) के मानक सुनिश्चित हो सकें।

गुरुवार को ट्राई ने पहले के नियम को खत्म करने के लिए ट्राई निरसन नियम, 2023 जारी किया, जिसके बारे में उसका मानना है कि उनकी प्रासंगिकता खत्म हो गई है।

नियामक ने तर्क दिया है कि मौजूदा नियमों में फिक्स्ड लाइन और इंटरनेट सेवाओं के आसानी से परिचालन सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त प्रावधान हैं। पहले के नियम में इस सेक्टर के शुरुआती दौर में ग्राहकों की संतुष्टि के हिसाब से मानक तय किए गए थे। ये नियम सभी बेसिक सर्विस प्रोवाइडर्स और इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स पर लागू होते थे, जिनमें सरकारी कंपनियों एमटीएनएल और बीएसएनए के साथ इस समय बंद हो चुके विदेश संचार निगम लिमिटेड (वीएसएनएल) शामिल हैं।

ट्राई ने नेटवर्क के प्रदर्शन के स्थापित मानक सुनिश्चित करने और इसकी निगरानी के लिए क्यूओएस मानक तैयार किया था, जिससे इंटरनेट सेवा के ग्राहकों के हितों की रक्षा की जा सके।

समय बीतने के साथ वायरलाइन के साथ ही वायरलेस दोनों टेलीकॉम नेटवर्क एक्सडीएसएल, एफटीटीएच, एलटीई और 5 जी तकनीक पर तेज रफ्तार वाली ब्रॉडबैंड सेवाओं की पेशकश करने लगे। ट्राई ने कहा कि लीज्ड लाइन एक्सेस सर्विसेज सामान्यतया इंटरनेट गेटवे सर्विस प्रोवाइडर्स (आईजीएसपी) देते हैं, जिनके पास आईएसपी लाइसेंस होता है। ये सेवाएं या तो इंटरप्राइजेज को अपने लोकल एरिया नेटवर्क (एलएएन) को कनेक्ट करने के लिए दिया जाता है या आईएसपी को दिया जाता है, जिनके पास अपनी इंटरनेट गेटवे सेवा नहीं है।

इसमें कहा गया है, ‘यह सेवा सर्विस लेवल एग्रीमेंट (एलएलए) है, जो सेवा प्रदाता और ग्राहक के बीच होता है।’ ट्राई ने कहा कि सेवा प्रदाताओं को अब ग्राहकों की शिकायत दूर करने को भी प्राथमिकता देनी होगी और प्रतिस्पर्धियों पर अपना प्रभाव डालने से बचना होगा।

First Published - July 27, 2023 | 11:01 PM IST

संबंधित पोस्ट