facebookmetapixel
महाराष्ट्र में काम के घंटे बढ़ाए जाने का विरोध, हिंद मजदूर सभा ने फैसला वापस न लेने पर आंदोलन की दी धमकीITR फाइल तो कर दिया, लेकिन अभी तक रिफंड नहीं मिला? जानें किन-किन वजहों से अटकता है पैसाFMCG, कपड़ा से लेकर ऑटो तक… GST कटौती से क्या कंजम्पशन फंड्स बनेंगे निवेश का नया हॉटस्पॉट?Income Tax: क्या आपको विरासत में मिले सोने पर भी टैक्स देना होगा? जानें इसको लेकर क्या हैं नियमTop-5 Mid Cap Fund: 5 साल में ₹1 लाख के बनाए ₹4 लाख; हर साल मिला 34% तक रिटर्नभारत-इजरायल ने साइन की बाइलेट्रल इन्वेस्टमेंट ट्रीटी, आर्थिक और निवेश संबंधों को मिलेगी नई मजबूतीभारत में जल्द बनेंगी सुपर एडवांस चिप्स! सरकार तैयार, Tata भी आगे₹100 से नीचे ट्रेड कर रहा ये दिग्गज स्टॉक दौड़ने को तैयार? Motilal Oswal ने दी BUY रेटिंग; चेक करें अगला टारगेटअमेरिका टैरिफ से FY26 में भारत की GDP 0.5% तक घटने की संभावना, CEA नागेश्वरन ने जताई चिंताPaytm, PhonePe से UPI करने वाले दें ध्यान! 15 सितंबर से डिजिटल पेमेंट लिमिट में होने जा रहा बड़ा बदलाव

TRAI ने अप्रासंगिक नियम रद्द किए

TRAI ने तर्क दिया है कि मौजूदा नियमों में फिक्स्ड लाइन और इंटरनेट सेवाओं के आसानी से परिचालन सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त प्रावधान हैं।

Last Updated- July 27, 2023 | 11:01 PM IST
To regulate OTT apps or not? Trai begins consultation process

नियमों को अद्यतन करने की कवायद के बीच भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने 2001 में लाए गए अपने पहले के कानून को खत्म कर दिया है, जिससे डायल-अप और लीज्ड लाइन इंटरनेट एक्सेस सर्विसेज की सेवाओं की गुणवत्ता (क्यूओएस) के मानक सुनिश्चित हो सकें।

गुरुवार को ट्राई ने पहले के नियम को खत्म करने के लिए ट्राई निरसन नियम, 2023 जारी किया, जिसके बारे में उसका मानना है कि उनकी प्रासंगिकता खत्म हो गई है।

नियामक ने तर्क दिया है कि मौजूदा नियमों में फिक्स्ड लाइन और इंटरनेट सेवाओं के आसानी से परिचालन सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त प्रावधान हैं। पहले के नियम में इस सेक्टर के शुरुआती दौर में ग्राहकों की संतुष्टि के हिसाब से मानक तय किए गए थे। ये नियम सभी बेसिक सर्विस प्रोवाइडर्स और इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स पर लागू होते थे, जिनमें सरकारी कंपनियों एमटीएनएल और बीएसएनए के साथ इस समय बंद हो चुके विदेश संचार निगम लिमिटेड (वीएसएनएल) शामिल हैं।

ट्राई ने नेटवर्क के प्रदर्शन के स्थापित मानक सुनिश्चित करने और इसकी निगरानी के लिए क्यूओएस मानक तैयार किया था, जिससे इंटरनेट सेवा के ग्राहकों के हितों की रक्षा की जा सके।

समय बीतने के साथ वायरलाइन के साथ ही वायरलेस दोनों टेलीकॉम नेटवर्क एक्सडीएसएल, एफटीटीएच, एलटीई और 5 जी तकनीक पर तेज रफ्तार वाली ब्रॉडबैंड सेवाओं की पेशकश करने लगे। ट्राई ने कहा कि लीज्ड लाइन एक्सेस सर्विसेज सामान्यतया इंटरनेट गेटवे सर्विस प्रोवाइडर्स (आईजीएसपी) देते हैं, जिनके पास आईएसपी लाइसेंस होता है। ये सेवाएं या तो इंटरप्राइजेज को अपने लोकल एरिया नेटवर्क (एलएएन) को कनेक्ट करने के लिए दिया जाता है या आईएसपी को दिया जाता है, जिनके पास अपनी इंटरनेट गेटवे सेवा नहीं है।

इसमें कहा गया है, ‘यह सेवा सर्विस लेवल एग्रीमेंट (एलएलए) है, जो सेवा प्रदाता और ग्राहक के बीच होता है।’ ट्राई ने कहा कि सेवा प्रदाताओं को अब ग्राहकों की शिकायत दूर करने को भी प्राथमिकता देनी होगी और प्रतिस्पर्धियों पर अपना प्रभाव डालने से बचना होगा।

First Published - July 27, 2023 | 11:01 PM IST

संबंधित पोस्ट